बठिंडा में भूमि विवाद में काश्तकारों और जमीदारों में खूनी टकराव, 13 लोग घायल

रामपुरा के गांव जियोंद में लंबे समय से चले आ रहे जमीनी विवाद को लेकर रविवार को काश्तकारों और जमीदारों में खूनी टकराव हो गया। इस दौरान हुई गोलीबारी में किसान यूनियन के प्रधान समेत 13 से ज्यादा लोग घायल हो गए।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 04:57 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 04:57 PM (IST)
बठिंडा में भूमि विवाद में काश्तकारों और जमीदारों में खूनी टकराव, 13 लोग घायल
रामपुरा के गांव जियोंद में भूमि विवाद में दो पक्षों के लोग टकरा गए। जागरण

रामपुरा फूल (बठिंडा), जेएनएन। रामपुरा के गांव जियोंद में लंबे समय से चले आ रहे जमीनी विवाद को लेकर रविवार को काश्तकारों और जमीदारों में खूनी टकराव हो गया। इस दौरान हुई गोलीबारी में किसान यूनियन के प्रधान समेत 13 से ज्यादा लोग घायल हो गए। घायलों को तपा मंडी तथा रामपुरा फूल के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। रामपुरा फूल में दो घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें अन्य शहरों के अस्पतालों में रेफर कर दिया गया। वहीं सूचना मिलने के बाद थाना सदर रामपुरा पुलिस टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है।

सिविल अस्पताल में उपचारधीन गांव जियोंद निवासी मलकीत सिंह ने बताया कि उनके ही गांव का रहने वाला सुरजीत सिंह उसकी जमीन पर कब्जा करने के मकसद से पिछले कुछ समय से उसे परेशान कर रहा है। इसकी शिकायत उसने थाना सदर पुलिस को दी थी। मलकीत सिंह ने बताया कि सुरजीत सिंह ने छह-सात दिन पहले उसकी जमीन पर वाही करने की कोशिश की। सुबह वह बड़ी संख्या में अपने परिवारिक सदस्यों तथा साथियों को लेकर उसकी जमीन पर अवैध निर्माण करने पहुंच गया। इसका पता चलते ही वह अपने गांव के लोगों को साथ लेकर मौके पर पहुंचा तो सुरजीत सिंह तथा उसके साथी वहां से चले गए। जब वे उनका पीछा करने लगे तो उन्होंने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। इसमें उनके पक्ष के धर्मपाल सिंह, जोगिंदर सिंह, गुरचरन सिंह, जगदीप सिंह, हरबंस सिंह, निंदर सिंह, गुलाब सिंह, वीर सिंह तथा लखवीर सिंह घायल हो गए। इनमें से वीर सिंह तथा लखवीर सिंह की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें आगे रेफर कर दिया गया।

भाकियू उग्राहां के ब्लाक अध्यक्ष सुखदेव सिंह जावंदा ने बताया कि गांव जियोंद में काश्तकारी तथा जमींदारों के बीच लंबे समय से जमीनी विवाद चला आ रहा है। एक तरफ यहां के अधिकांश गांवों में पीढ़ी दर पीढ़ी जमीन पर खेती करते आ रहे काश्तकारों को उक्त जमीन पर मालिकाना हक मिल गया है। वहीं, गांव जियोंद के काश्तकारों को अभी तक उनका हक न मिलने के कारण काश्तकार लंबे समय से संघर्ष करते आ रहे हैं। गांव की तकरीबन सात सौ एकड़ जमीन पर काश्तकारों का कब्जा होने के बावजूद वह जमीन अब तक जमींदारों के नाम चली आ रही है। सरकार के इस मामले को गंभीरता से न लेने के कारण गांव में अक्सर झगड़े होते रहते हैं। उन्होंने कहा कि रविवार सुबह उक्त मामले को तनाव बढ़ता देख उन्होंने पुलिस को मामले की पूर्व सूचना दी। इसके बावजूद पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।

वहीं, तपा अस्पताल में दाखिल दूसरे पक्ष के घायल चमकौर सिंह ने बताया कि मलकीत सिंह ने गांव जियोंद में स्थित उनकी छह एकड़ जमीन पर अवैध तौर पर कब्जा किया हुआ है। आज सुबह जब वह अपने वाहन पर वाही करने पहुंचा तो मलकीत सिंह अपने साथियों सहित लाठियों तथा अन्य हथियारों से लैस होकर वहां पहुंच गया। बड़ी संख्या में लोगों को आते देख जब उन्होंने भागने की कोशिश की तो मलकीत सिंह तथा उसके साथियों ने उन पर हमला कर दिया। तथा उसके सहित चार लोगों को घायल कर दिया।

मामले के जांच अधिकारी ने बताया कि थाना प्रभारी द्वारा मामले की सूचना मिलने पर जब वे घटनास्थल पर पहुंचे तो एक पक्ष द्वारा दूसरे पक्ष के चार लोगों को पकड़ा हुआ था। जिन्हें उनके द्वारा सिविल अस्पताल तपा दाखिल करवाया गया।

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