Corona Warrior : लुधियाना के बजाज परिवार ने धैर्य व एकजुटता से कोरोना को दी थी मात

Corona Warrior तीन जुलाई 2020 को उनकी सात माह की गर्भवती बहू पहर बजाज को डीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी कोविड रिपोर्ट पाॅजिटिव आई। इसके बाद उन्होंने अपने परिवार के सभी सदस्यों की कोरोना जांच करवाई।

By Edited By: Publish:Tue, 18 May 2021 06:33 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 08:50 AM (IST)
Corona Warrior :  लुधियाना के बजाज परिवार ने धैर्य व एकजुटता से कोरोना को दी थी मात
धैर्य व एकजुटता से कोरोना को दी मात। (जागरण)

लुधियाना, [अशवनी पाहवा]। Corona Warrior :  लुधियाना के रहने वाले एक धागा कारोबारी, उनकी पत्नी, बेटा व बहू पिछले साल जुलाई में कोरोना वायरस की चपेट में आ गए। हालांकि संक्रमित होने के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। धैर्य व एकजुटता से उन्होंने न सिर्फ कोरोना को मात दी, बल्कि अपने काम में भई वापसी की। किदवई नगर में रहने वाले सतपाल बजाज ने बताया कि उनका लुधियाना में धागे का कारोबार है। उनके परिवार में पत्नी, बेटा, बहू, चार साल का पोता और सात माह की पोती है।

तीन जुलाई 2020 को उनकी सात माह की गर्भवती बहू पहर बजाज को डीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी कोविड रिपोर्ट पाॅजिटिव आई। इसके बाद उन्होंने अपने परिवार के सभी सदस्यों की कोरोना जांच करवाई। इसमें सतपाल बजाज, उनकी पत्नी कंचन बजाज व बेटे राहुल बजाज की रिपोर्ट भी पाॅजिटिव आई। हालांकि उनके चार साल के पोते जक्श बजाज की रिपोर्ट नेगेटिव आई। इसके बाद उन्होंने बहू को अस्पताल में ही भर्ती रखा और बाकी सदस्य होम आइसोलेट हो गए।

पोते को रिश्तेदार के पास छोड़ दिया। सतपाल बजाज ने बताया कि एकांतवास के दौरान उन्होंने रोजाना दिन में तीन बार गर्म पानी में काली मिर्च, लौंग, अदरक व तुलसी डाल कर काढ़ा बनाकर पिया। रोजाना सभी हल्दी वाला दूध भी पीते रहे। इससे उन्हें इस वायरस को जल्द से जल्द हराने में मदद मिली। सतपाल बजाज ने बताया कि उन्होंने अपने परिवारिक सदस्यों के साथ एकजुट होकर इस वायरस को हराया है। उन्होंने बताया कि इस अगर कोई भी व्यक्ति इस वायरस की चपेट में आता है तो वह कभी भी हौसला मत हारे, बल्कि निडरता से इस वायरस को मात दे।

बेटे से वीडियो काॅल के माध्यम से करती रही बात

सतपाल बजाज की बहू पहर बजाज ने बताया कि वह लगभग एक सप्ताह तक डीएमसी अस्पताल में भर्ती रही। वहां वह रोजाना अपने चार साल के बेटे के साथ वीडियो काॅल के माध्यम से बात करती रही। दो माह बाद ही उसने एक बेटी को जन्म दिया।

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