CP दफ्तर के बाहर धरना देना पड़ा भारी, बैंस बंधुओं और प्रदर्शनकारियों को करवाना होगा कोविड टेस्ट
सीपी दफ्तर के बाहर धरना देने पर प्रशासन ने बैंस बंधुअाें पर सख्ती कर दी है। उन्हाेंने अगर काेविड टेस्ट न करवाया ताे डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत पुलिस सभी का टेस्ट करवाएगी।
लुधियाना, जेएनएन।कमिश्नरेट हेडक्वार्टर के बाहर धरना देने पर पुलिस ने लोक इंसाफ पार्टी (लिप) प्रमुख सिमरजीत बैंस और उनके भाई विधायक बलबिंदर सिंह बैंस समेत 32 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस इन सभी को नोटिस भी जारी करेगी कि जो लोग धरने में शामिल हुए थे, वे अपना कोविड टेस्ट करवाकर रिपोर्ट प्रशासन के पास जमा करवाएं। ऐसा नहीं हुआ तो डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत पुलिस सभी का टेस्ट भी करवाएगी। इसकी पुष्टि एसीपी सिविल लाइन जतिंदर चोपड़ा ने की है।
दरअसल, लिप प्रमुख सिमरजीत सिंह बैंस की अगुआई में हुए प्रदर्शन में सांसद रवनीत सिंह बिट्टू और पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का भी इस्तेमाल किया गया था। इसे लेकर पुलिस विभाग में गुस्सा है। यही कारण है कि अब पुलिस विधायक बैंस की हर गलती को पकड़ने में लगी है। अगर प्रदर्शन में शामिल होने वाले लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो विधायक बैंस खुद ही लोगों के बीच असंवेदनशील चेहरे के तौर पर पेश हो जाएंगे।
पासपोर्ट व ड्राइविंग लाइसेंस भी रद करने की तैयारी
पुलिस के मुताबिक सरकारी आदेश नहीं मानकर धरना प्रदर्शन करने पर पुलिस धरने में शामिल हुए सभी प्रदर्शनकारियों के पासपोर्ट और ड्राइविंग लाइसेंस रद करवाने की कार्रवाई भी शुरू कर रही है। डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट का हवाला देकर संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखकर कार्रवाई की जाएगी। प्रदर्शनकारियों के कोविड टेस्ट को भी इसका आधार बनाया जाएगा।
बैंस के धरने पर डीसी ने भी दी राजनेताओं को नसीहत
डीसी वरिंदर शर्मा ने भी सीपी कार्यालय के बाहर हुए प्रदर्शन पर राजनीतिक लोगों को नसीहत दी है। फेसबुक मैसेज में उन्होंने कहा कि राजनीतिक लोग धरने आदि न दें और भीड़ न इकट्ठी करें। इससे बीमारी अधिक फैल सकती है। कानून अपना काम कर रहा है और इंसाफ के लिए अदालत भी है।
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