लुधियाना नगर निगम को झटका, कूड़ा प्रबंधन करने वाली एटूजेड ने कोर्ट में दायर की याचिका
निगम ने शहर से कूड़ा उठाने के लिए अस्थायी तौर पर एक कंपनी के साथ करार किया है। नई कंपनी के साथ भी रेट पर बात अटकी हुई है। सरकार के कानूनी सलाहकार के पहले से ज्यादा रेट न देने की सलाह दी थी।
लुधियाना, जेएनएन। शहर में कूड़ा प्रबंधन कर चुकी कंपनी एटूजेड और नगर निगम के बीच चल रहा विवाद कोर्ट पहुंच गया है। इससे निगम की नया टेंडर लगाने के साथ कंपनी की सिक्योरिटी फ्रीज करने की योजना का झटका लगा है। नगर निगम के यह कदम उठाने से पहले ही कंपनी ने कोर्ट में याचिका दायर कर दी है। अब नई कंपनी के लिए टेंडर लगाने में भी कानूनी अड़ंगा लग गया है।
निगम ने शहर से कूड़ा उठाने के लिए अस्थायी तौर पर एक कंपनी के साथ करार किया है। नई कंपनी के साथ भी रेट पर बात अटकी हुई है। सरकार के कानूनी सलाहकार के पहले से ज्यादा रेट न देने की सलाह के बाद निगम नया टेंडर जारी करने की तैयारी में था। मेयर बलकार सिंह संधू का कहना है कि कंपनी के कोर्ट जाने के बाद टेंडर लगाने के लिए फिर से कानूनी राय ली जाएगी। निगम कोर्ट में इमरजेंसी सेवा का हवाला देकर टेंडर लगाने की अनुमति मांगेगा। कंपनी की सिक्योरिटी राशि फिलहाल फ्रीज नहीं कर पाएंगे।
कंपनी को कोर्ट के आदेश पर करना पड़ सकता है काम
अगर निगम को नई कंपनी के लिए टेंडर की अनुमति नहीं मिलती है तो ऐसे में कोर्ट केस समाप्त होने तक एटूजेड कंपनी को ही शहर में कूड़ा प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंप सकता है। ऐसे में निगम को एटूजेड को दी जाने वाली राशि कोर्ट में जमा करवानी होगी।
भाजपा ने उठाए निगम की कारगुजारी पर सवाल
भाजपा जिला प्रधान पुष्पेंदर सिंघल ने मेयर व अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि जब 24 दिसंबर को कंपनी ने नोटिस दिया था तो पहले व्यवस्था क्यों नहीं की। इससे स्वच्छ भारत मिशन में रैंकिंग गिरेगी।
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