एएस मैनेजमेंट की पहली बैठक में ही भिड़े सत्ता पक्ष और विपक्ष
सात शिक्षण संस्थानों को चलाने वाली प्रतिष्ठित एएस मैनेजमेंट की पहली बैठक में ही सत्ता पक्ष और विपक्ष आपस में भिड़ गए।
जागरण संवाददाता, खन्ना :
सात शिक्षण संस्थानों को चलाने वाली प्रतिष्ठित एएस मैनेजमेंट की पहली बैठक में ही सत्ता पक्ष और विपक्ष आपस में भिड़ गए। मामला शेयरो-शायरी से शुरू हुआ और बहसबाजी से तू तड़ाक तक पहुंच गई। भाजपा समर्थित पैनल से चुनाव लड़ने के बाद पलटी मार कांग्रेस समर्थित पैनल में जा मिले एडवोकेट बरिदर डेविट को लेकर भाजपा समर्थित पैनल सबसे ज्यादा हमलावर रहा। खास बात यह भी रही कि डेविट के बचाव के लिए प्रधान शमिदर सिंह मिटू के अलावा कांग्रेस समर्थित पैनल का कोई भी सदस्य आगे नहीं आया।
जानकारी के अनुसार बैठक शुरू होते ही भाजपा ने 28 फरवरी के चुनाव को पारित करने से मना कर दिया और इसे गैरकानूनी चुनाव बताया। उनका तर्क था कि प्रिसिपल केवल प्रधान पद का चुनाव करा सकते हैं। इसके बाद प्रधान खुद बैठक की प्रधानगी संभाल अन्य पदों का चुनाव कराते हैं। लेकिन, 28 फरवरी के चुनाव में सभी पदों का चुनाव प्रिसिपल ने कराया। यह गैर संवैधानिक है। बेदी की शायरी के बाद भिड़े सदस्य
मैनेजमेंट के बैठक शुरू होते ही भाजपा ग्रुप के सीनियर सदस्य रजनीश बेदी ने कहा कि दोनों पैनलों के 10-10 सदस्य जीत कर आए थे लेकिन पहले 10 स्थान पाने वाले उम्मीदवारों में आठ भाजपा के थे और 20 जीते सदस्यों में सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत भाजपा ग्रुप का था। कांग्रेस को मैनेजमैंट में एैसे कौन से फल मिलने वाले थे कि उनके एक सदस्य को तोड़ कर अपने साथ मिला लिया। बेदी ने शेयर सुनाया कि कामयाब हैं वही इंसान आज के जमाने में, जो इधर का लगता रहे और उधर का हो जाए। इसके बाद दोनों पक्षों में बहसबाजी शुरू हो गई। डेविट के साथ भाजपा सदस्यों की तीखी नोंकझोंक हुई। तू कहने पर भड़के भाजपा सदस्य
बैठक के दौरान बेदी के बाद करूण अरोड़ा बोलने लगे। अरोड़ा ने कहा कि उन्हें महासचिव बरिदर डेविट ने तू कह कर संबोधित किया। इसके बाद भाजपा के अन्य सदस्य भी खड़े हो गए और तकरार काफी बढ़ गई। प्रधान मिटू ने डेविट का बचाव किया, लेकिन कांग्रेस के अन्य सदस्य खामोश ही रहे। भाजपा ने मांग की कि डेविट अपने शब्दों को वापिस लें। प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा ने जड़े कईं आरोप बैठक के बाद वीरवार दोपहर को भाजपा ने आदर्श सिनेमा में प्रेस कांफ्रेंस बुलाई। इस दौरान भाजपा नेताओं व मैनेजमेंट के सदस्यों ने गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मैनेजमेंट की मर्यादा को तार-तार किया गया है। अगली बैठकों में वे वीडियोग्राफी और मीडिया को अंदर बुला कवरेज कराने की लिखित मांग मैनेजमेंट को देंगें। उनके सदस्य के साथ गलत व्यवहार किया गया। उससे लगता है आने वाकी सभी बैठकों से उनसे ऐसा ही व्यवहार होगा। यह सब जनता के सामने आना चाहिए। रजनीश बेदी ने बताया कि 28 फरवरी के चुनाव को अनुमोदित करने के लिए बैठक बुलाई गई थी उसमें उसके ग्रुप के सदस्यों ने अपना विरोध नोट करवाया था। उनके विरोध को कार्रवाई में दर्ज नहीं किया गया। मैने कोई अपशब्द नहीं कहा : डेविट
महासचिव बरिदर डेविट ने कहा कि करूण अरोड़ा प्रधान की इजाजत के बिना बोलने लग गए थे। यह नियमों के विरूद्ध है। उन्होंने करूण को केवल ऐसा करने से रोका और कहा कि तू मेरा छोटा भाई है। उन्होंने करूण को कोई अपशब्द नहीं कहा। भाजपा वाले बेवजह मामले को तूल दे रहे हैं। बैठक में रजनीश बेदी द्वारा कहे शब्द मानहानि थे। वे इसके खिलाफ अदालत में जाएंगे। विपक्ष ने गलत शब्द इस्तेमाल किए : मिटू मैनेजमेंट के प्रधान शमिदर सिंह मिटू ने कहा कि जब बेदी बैठक में बोल रहे थे तो किसी भी सदस्य ने बीच में बोलना शुरू नहीं किया लेकिन जब बरिदर डेविट बोल रहे थे तो करूए अरोड़ा ने उनकी इजाजत लिए बिना बीच में बोलना शुरू कर दिया। विपक्ष ने गलत शब्दों का इस्तेमाल किया। मिटू ने कहा कि मैनेजमेंट की बैठकों में मीडिया कवरेड की विपक्ष की लिखित मांग आने पर विचार किया जाएगा।