लुधियाना में शुरू हुआ Animal Birth Control Center, डेढ़ साल में 15 हजार आवारा कुत्तों की होगी नसबंदी

लुधियाना में आवारा कुत्तों (Stray Dogs In Ludhiana) की बढ़ती संख्या से शहर को निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने मंगलवार को एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर (Animal Birth Control Center) शुरू किया है। कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु ने हैबोवाल डेयरी कांप्लेक्स में बनाए इस सेंटर का उद्घाटन किया।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Wed, 09 Jun 2021 09:47 AM (IST) Updated:Wed, 09 Jun 2021 09:47 AM (IST)
लुधियाना में शुरू हुआ Animal Birth Control Center, डेढ़ साल में 15 हजार आवारा कुत्तों की होगी नसबंदी
कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु ने हैबोवाल डेयरी कांप्लेक्स में बनाए इस सेंटर का उद्घाटन किया।

लुधियाना, जेएनएन। लुधियाना में आवारा कुत्तों (Stray Dogs In Ludhiana) की बढ़ती संख्या से शहर को निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने मंगलवार को एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर (Animal Birth Control Center) शुरू किया है। कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु ने हैबोवाल डेयरी कांप्लेक्स में बनाए इस सेंटर का उद्घाटन किया।

इस सेंटर में रोज 60 आवारा कुत्तों की नसबंदी की जाएगी। नगर निगम के अधिकारियों का दावा है कि डेढ़ साल में शहर के सभी आवारा कुत्तों की नसबंदी का काम पूरा हो जाएगा। इस बार नसबंदी का काम वार्ड वाइज किया जाएगा, ताकि सभी क्षेत्रों को कवर किया जा सके। मंत्री आशु ने कहा कि लोग आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या से परेशान हैं। इनकी संख्या रोकने के लिए एबीसी प्रोग्राम चलाया जा रहा है।

इससे पहले सात साल से कुत्तों की नसबंदी का काम चल रहा है। अब तक रोजाना 15 से 20 कुत्तों का ऑपरेशन किया जा रहा था। अधिकारियों का दावा है कि अब तक 35 हजार आवारा कुत्तों की नसबंदी की जा चुकी है। इनमें से अधिकतर अब मर भी गए हैं। मौजूदा समय में इनकी संख्या 25 से 30 हजार हैं। इनमें से करीब 15 हजार कुत्तों की नसबंदी बाकी है। इस अवसर पर मेयर बलकार सिंह संधू, सीनियर डिप्टी मेयर शाम सुंदर मल्होत्रा, निगम कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल, पार्षद ममता आशु, जय प्रकाश, असिस्टेंट कमिश्नर कुलप्रीत सिंह और सीनियर वेटरनरी अफसर डॉ. हरबंस डल्ला भी मौजूद रहे।

कुत्तों को एंटी रैबिज इंजेक्शन भी लगाए जाएंगे

मेयर बलकार सिंह संधू ने कहा कि आवारा कुत्तों को एंटी रैबिज इंजेक्शन भी लगाए जाएंगे। पार्षद इस मुहिम में निगम को पूरा सहयोग करेंगे। कुत्तों को पकड़ने के लिए दो टीमें बनाई गई हैं। एक कुत्ते की नसबंदी पर 1200 रुपये खर्च आएगा।

सिविल अस्पताल में रोज डाग बाइट के आते हैं 20 से 25 केस

सिविल अस्पताल में रोज डाग बाइट के 20 से 25 केस आते हैं। इसके अलावा बहुत लोग निजी अस्पतालों में भी इलाज करवाते हैं। कुत्तों की संख्या कम होने पर डाग बाइक के मामले भी कम होंगे। हाल ही में शहीद भगत सिंह नगर में चार आवारा कुत्तों ने एक बच्ची गंभीर रूप से काट लिया था।

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