लुधियाना में आज जेल भरो आंदोलन के लिए सड़काें पर उतरेंगी आंगनबाड़ी वर्कर्स, जानें क्या है मांगे

नई शिक्षा नीति में तीन से छह साल तक के बच्चों को प्री प्राइमरी स्कूल में भेजे जाने का प्रावधान किया गया है और इस तरह से आंगनबाड़ी सेंटर्स खत्म होने की कगार पर है व वर्कर्स और हेल्पर बेकार हो रहे हैं।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 09:56 AM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 09:56 AM (IST)
लुधियाना में आज जेल भरो आंदोलन के लिए सड़काें पर उतरेंगी आंगनबाड़ी वर्कर्स, जानें क्या है मांगे
आंगनबाड़ी वर्कर्स वीरवार सुबह जेल भरो आंदोलन के लिए उतरेंगी।

लुधियाना, जेएनएन। आंगनबाड़ी वर्कर्स वीरवार सुबह जेल भरो आंदोलन के लिए उतरेंगी। इसके लिए वर्कर्स  जिला प्रधान सुभाष रानी की अध्यक्षता में मिनी सचिवालय के बाहर  एकत्रित होंगी। सुभाष रानी ने कहा कु जिला लुधियाना के पंद्रह ब्लाक में 2487 आंगनबाड़ी सेंटर्स चल रहे हैं और वर्कर और मुलाजिम के हिसाब से करीब पांच हजार वर्कर्स के इस आंदोलन में शामिल होने की संभावना जताई है। वर्कर्स इस दिन पूरी तरह से जेल भरो के लिए तैयार रहेंगी। वह अपने बर्तन, कपड़े, बिस्तर, बाल्टी और अन्य जरूरी सामान लेकर आने वाली है। सुबह दस बजे वह तय स्थान पर एकत्रित होना शुरू करेंगी।

नई शिक्षा नीति में तीन से छह साल तक के बच्चों को प्री प्राइमरी स्कूल में भेजे जाने का प्रावधान किया गया है और इस तरह से आंगनबाड़ी सेंटर्स खत्म होने की कगार पर है व वर्कर्स और हेल्पर बेकार हो रहे हैं, जिसके विरोध में वह जेल भरो आंदोलन कर रही हैं।

दूसरा उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार तीन से छह साल के बच्चों को आंगनबाड़ी सेंटर्स से प्री प्राइमरी स्कूलों में भेज रही हैं तो इन स्कूलों में नई भर्ती की जगह आंगनबाड़ी सेंटर्स के स्टाफ को अध्यापक के तौर पर रखा जाए। तीसरी मांग आंगनबाड़ी वर्कर और हेल्पर को वर्ष 2017 से बनता मांग भत्ता क्रमश छह सौ रुपये और तीन सौ रुपये दिया जाए जोकि पंजाब सरकार दे नहीं रही है।

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