लुधियाना में आंगनबाड़ी वर्कर्स ने विधायकों के जरिये मुख्यमंत्री को सौंपा मांगपत्र, जानें क्या है मांगें
आंगनबाड़ी वर्कर्स ने कहा कि पिछले काफी समय से उनकी मांगे लंबित चली आ रही हैं जिसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उनकी मांग तीन से छह साल के बच्चों का दाखिला आंगनबाड़ी केंद्रों में यकीनी बनाया जाना शामिल है।
लुधियान, जेएनएन। आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन पंजाब (सीटू) ने वीरवार जिले के विधायकों को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नाम मांगपत्र सौंपा। अर्बन ब्लाॅक चार की अंजू मेहता ने विधायक सुरिंदर डाबर, अर्बन वन की परमिंदर कौर की अध्यक्षता में विधायक संजय तलवाड़, अर्बन वन की वृंदा शर्म की अध्यक्षता में विधायक राकेश पांडे और अर्बन तीन की सुरजीत कौर की अध्यक्षता में विधायक बलविंदर बैंस और सिमरजीत बैंस को मांगपत्र दिए गए।
आंगनबाड़ी वर्कर्स ने कहा कि पिछले काफी समय से उनकी मांगे लंबित चली आ रही हैं, जिसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उनकी मांग तीन से छह साल के बच्चों का दाखिला आंगनबाड़ी केंद्रों में यकीनी बनाया जाना, आंगनबाड़ी केंद्रों में सभी सहूलियतें मुहैया कराई जाना, केंद्रीय मान भत्ते भत्ते में की गई चालीस फीसदी कटौती जिसमें वर्कर की छह सौ रुपये, मिनी वर्कर की पांच सौ रुपये, और हेल्पर की तीन सौ रुपये शामिल है, को शीघ्र वापिस किया जाए। आईसीडीएस स्कीम को विभाग बनाकर आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स को सरकारी मुलाजिम मानते हुए दर्जा तीन और चार में शामिल किया जाए। इसी तरह वर्कर्स को 24,000 रुपये तथा और हेल्पर्स को 18,000 रुपये दिए जाएं।
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मार्च 2020 में हुई मीटिंग के फैसले नहीं हुए लागू
मार्च 2020 की हुई मीटिंग में विभाग की ओर से आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स को दिए जाने वाले सफर भत्ते को 20 रुपये से बढ़ाकर 200 रुपये किए जानी की हामी भरी गई थी जो अभी भी पहले जैसे ही पड़ी है। वहीं आगनबाड़ी केंद्रों के लिए पक्की और साफ-सुथरी बिल्डिंग, वहीं वर्कर्स और हेल्पर्स को सामाजिक सुरक्षा देते हुए छह हजार रुपये पेंशन दी जाए, पोषण अभियान के तहत पांच सौ रुपये वर्कर्स और 250 रुपये हेल्पर्स को जारी किए जाए आदि। बता दें कि इसी माह की शुरूआत में आंगनबाड़ी मुलाजिमों ने मिनी सचिवालय के बाहर धरना लगाया था और आज विधायकों को मुख्यमंत्री के नाम मांगपत्र सौंपे हैं।