सुबह दिल्ली से फ्लाइट में आए यात्री से बातें की और शाम को रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई
लोग सोशल मीडिया इंटरनेट पर टकटकी लगाए रहते हैं कि शहर में कहा-कहा कोरोना पॉजिटिव केस आ रहे हैं।
राजेश भंट्ट, लुधियाना : लोग सोशल मीडिया, इंटरनेट पर टकटकी लगाए रहते हैं कि शहर में कहा-कहा कोरोना पॉजिटिव केस आ रहे हैं। हालाकि अब तो एक्टिव केस कम ही रह गए हैं, लेकिन पिछले चार दिनों से जिले में लगातार मरीज बढ़ रहे हैं। अब जिस मोहल्ले में पॉजिटिव केस आ रहा है वहां लोगों में इसकी खबर आग की तरह फैल जाती है। ताजा किस्सा बताते हैं। लॉकडाउन के बाद दिल्ली से लुधियाना पहली फ्लाइट आई तो खबरनवीस भी साहनेवाल एयरपोर्ट पहुंचे। उन्होंने यात्रियों से बातचीत की। अधिकतर यात्री वहा से जल्दी निकल गए, लेकिन एक यात्री कार का इंतजार करने के लिए वहीं रुका रहा। खबरनवीसों को यात्रा को उससे बात करने का मौका मिल गया। देर शाम उसी यात्री की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आ गई। इसकी सूचना बाकी खबरनवीसों को मिली तो सभी की नींद हराम हो गई। वे एक-दूसरे को फोन करके उस पॉजिटिव व्यक्ति का नाम पूछने लगे। कमाल है अग्रवालों की तिकड़ी
लुधियाना से साढ़े तीन लाख श्रमिकों को गृह राज्य भेज दिया गया। इनको घरों तक पहुंचाने में अग्रवालों की तिकड़ी ने अहम भूमिका निभाई। डीसी प्रदीप अग्रवाल ने पूरी योजना बनाई और राज्य सरकारों से संपर्क साधा। फिर रेलवे से बात कर ट्रेनों की व्यवस्था करवाई। खाने-पीने का भी इंतजाम करना था तो वो गुरु नानक स्टेडियम में किया। रहने के लिए शेल्टर होम्स में प्रबंध किए। दूसरे पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल पर श्रमिकों को पिकअप प्वाइंट से स्टेडियम तक लाने के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने का जिम्मा था। सीपी ने सड़क पर रात बिताने वाले श्रमिकों को शेल्टर होम में पहुंचाया। हो-हल्ला मचाने वाले श्रमिकों शांत करवाया। वहीं तीसरे अग्रवाल ने पहले अग्रवाल की डिमाड के हिसाब से लुधियाना रेलवे स्टेशन पर 203 ट्रेन भेजी। यह थे रेलवे के डीआरएम राजेश अग्रवाल। तीनों अग्रवालों ने करीब एक महीने तक श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत की। कापी पेस्ट किया प्रेस नोट
हलवारा में एयरपोर्ट टíमनल बनाने के लिए ग्रेटर लुधियाना एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (ग्लाडा) ने एतियाणा गाव की 161.27 एकड़ जमीन अधिग्रहित की। जिस दिन ग्लाडा ने जमीन कब्जे में ली, उसी दिन जिला लोकसंपर्क विभाग ने प्रेस नोट जारी करके प्रोजेक्ट की जानकारी दी। यह जिला अधिकारी प्रदीप अग्रवाल की तरफ से दी गई। प्रेस नोट में बताया गया कि किस रेट पर किसानों से जमीन ली है और कब यह प्रक्रिया शुरू की। डीसी के इस प्रेस नोट के तीन दिन बाद जिला लोकसंपर्क विभाग ने फिर इसी जमीन अधिग्रहण के मामले में सासद रवनीत बिट्टू की तरफ से प्रेस नोट जारी किया। विभाग के अफसरों ने बस ऊपर की दो लाइनें बदल दीं और बाकी का प्रेस नोट कॉपी पेस्ट करके जारी कर दिया। अब खबरनवीस तो हमेशा अपडेट रहते हैं इसलिए किसी ने भी उसे कैरी नहीं किया। यह मीडिया जगत में चर्चा का विषय बना रहा। कैमरे देख डीसी हुए अलर्ट
नेताओं में राजनीति चमकाने की होड़ सी लगी रहती है। फिर चाहे वह पक्ष का हो या विपक्ष का। कोरोना से बचाव के लिए जिला प्रशासन मास्क पहनने और शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए कह रहा है। मगर उनकी इस अपील का कम ही असर दिखता है। कुछ दिन पहले अकाली दल के जिला प्रधान रणजीत सिंह ढिल्लों व समर्थक डिप्टी कमिश्नर प्रदीप अग्रवाल को मागपत्र देने गए। वह डीसी दफ्तर में पहुंचे तो कुछ फोटो जर्नलिस्ट भी अंदर चले गए। कैमरे देखते ही डीसी ने नेताओं को कहा कि फिजिकल डिस्टेंस बनाकर रखें नहीं तो अखबारों में फोटो छप जाएगी। फिर उन नेताओं ने दूरी बनाई और अपनी मागें रखीं। वे उनसे बात कर रहे थे कि फोटो जर्नलिस्ट एक-दूसरे के नजदीक खड़े होकर बातें करने लगे। तभी वहा मौजूद एक अफसर ने कह दिया कि अब इनकी फोटो खींच लो। इस पर सभी वहा पर हंसने लगे।