एंबुलेंस स्टैंड और हॉस्टल के बाहर लगेगी किराए की लिस्ट

कोरोना महामारी के दौरान मुंह मांगे पैसे वसूलने वाले एंबुलेंस संचालकों के खिलाफ ट्रैफिक पुलिस गंभीर हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 01 Oct 2020 03:30 AM (IST) Updated:Thu, 01 Oct 2020 03:30 AM (IST)
एंबुलेंस स्टैंड और हॉस्टल के बाहर लगेगी किराए की लिस्ट
एंबुलेंस स्टैंड और हॉस्टल के बाहर लगेगी किराए की लिस्ट

जागरण संवाददाता लुधियाना : कोरोना महामारी के दौरान मुंह मांगे पैसे वसूलने वाले एंबुलेंस संचालकों के खिलाफ ट्रैफिक पुलिस गंभीर हो गई है। देर से ही सही पुलिस ने एंबुलेंस संचालकों को सख्त दिशा निर्देश जारी किए हैं। एसीपी ट्रैफिक के अनुसार अगर ज्यादा पैसे वसूलने की शिकायत मिलती है एंबुलेंस संचालक के खिलाफ आपराधिक मामला भी दर्ज किया जा सकता है।

बता दें कि कोरोना काल के दौरान कई बार सामने आया है कि एंबुलेंस संचालक कोरोना के पॉजिटिव मरीजों को जानबूझकर परेशान करते हैं और उनसे तय रेट से तीन गुना पैसे वसूले जा रहे हैं। जुलाई में समय पर इलाज नहीं मिलने पर कारोबारी संजीव नागपाल की मौत हो गई थी। उनके बेटे प्रणव नागपाल के अनुसार जब पिता आखिरी सांस ले रहे थे तो प्राइवेट एंबुलेंस संचालक ने उनसे चार किलोमीटर सिविल अस्पताल जाने के लिए चार हजार रुपये ले लिए थे। यानी 1000 प्रति किलोमीटर उनसे वसूले गए थे। कोरोना काल में लुधियाना से मोगा बठिंडा और फिरोजपुर की तरफ जाने के लिए रेट तीन गुना बढ़ा दिए गए हैं।

सरकारी रेट 10 रुपये प्रति किमी

सरकार ने 10 रुपये प्रति किलोमीटर का रेट तय किया है। लुधियाना से मुक्तसर का आने जाने का रास्ता 300 किलोमीटर बनता है और इस हिसाब से रेट 3000 रुपये होना चाहिए था। सरकारी तौर पर अस्पतालों में एंबुलेंस के प्रबंध नहीं है। 108 और सरकारी अस्पतालों की एंबुलेंस एक्सीडेंट और डिलीवरी केस ही ले जा पा रही हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमित मरीज प्राइवेट एंबुलेंस पर निर्भर हैं।

दैनिक जागरण ने उठाया था लूट का मुद्दा

बता दें कि एंबुलेंस संचालकों की मनमानी का मुद्दा दैनिक जागरण अखबार में 23 अगस्त को उठाया गया था। इस दौरान शहर के अलग-अलग एंबुलेंस स्टैंड पर जाकर जब रियलिटी चेक किया तो लूट का मामला सामने आया था। इसके बाद डिप्टी कमिश्नर वरिदर शर्मा की ओर से रायकोट के एसडीएम संजीव गुप्ता की अगुआई में ट्रैफिक पुलिस और रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों की एक कमेटी बनाई थी जिसकी सिफारिशों पर ही अब कार्रवाई की जा रही है।

डीसीपी ने मीटिंग कर दी चेतावनी

डीसीपी सुखपाल सिंह बराड़ एवं एसीपी गुरदेव सिंह की ओर से एंबुलेंस संचालकों के साथ बैठक की गई। पुलिस लाइन स्थित अपने कार्यालय में बुलाई बैठक में उन्हें सख्त दिशा निर्देश देते हुए सभी नियमों का पालन करने और एंबुलेंस की रेट लिस्ट एंबुलेंस स्टैंड और हॉस्पिटल के बाहर लगाने के लिए कहा है। उनका कहना है कि अगर एंबुलेंस संचालकों द्वारा तय पैसों से ज्यादा किराया लिया जाता है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

chat bot
आपका साथी