दो दिन तक ब्लड बैंक के बाहर तड़पता रहा मरीज, हालत बिगड़ने पर किया भर्ती

सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक के बाहर खड़ी कारों के सामने एक 50 वर्षीय गंभीर मरीज मंगलवार से बुधवार तक तड़पता रहा है। यहां इलाज तो दूर उसे दो दिन तक पानी भी नसीब नहीं हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 11:19 PM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 11:19 PM (IST)
दो दिन तक ब्लड बैंक के बाहर तड़पता रहा मरीज, हालत बिगड़ने पर किया भर्ती
दो दिन तक ब्लड बैंक के बाहर तड़पता रहा मरीज, हालत बिगड़ने पर किया भर्ती

विनोद पुरोहित, लुधियाना : सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक के बाहर खड़ी कारों के सामने एक 50 वर्षीय गंभीर मरीज मंगलवार से बुधवार तक तड़पता रहा है। यहां इलाज तो दूर, उसे दो दिन तक पानी भी नसीब नहीं हुआ। बुधवार दोपहर को जब अस्पताल की पुलिस चौकी में सूचना पहुंची तो कांस्टेबल संजीव ने उसे इमरजेंसी तक पहुंचाया और इलाज शुरू करवाया। फिलहाल मरीज की पहचान नहीं हो सकी है।

अस्पताल में कोविड टेस्ट करवाने आए लोगों ने बताया कि यह मरीज मंगलवार से ही ब्लड बैंक के सामने पड़ा था, लेकिन किसी ने भी उसे इलाज दिलाने की जहमत नहीं उठाई। खास बात है कि जिस जगह यह व्यक्ति गंभीर अवस्था में जमीन पर पड़ा था, वहीं रोजाना डाक्टर अपनी कार पार्क करके जाते हैं। हैरानी है कि किसी की भी नजर उस पर नहीं गई।

मरीज को स्ट्रेचर पर लेने आया कोरोना वार्ड का कर्मचारी

ब्लड बैंक के बाहर पड़े मरीज के शरीर पर कीड़े चलने शुरू हो गए थे। जब पुलिस चौकी के मुलाजिमों ने सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में काल की तो वहां से कोरोना वार्ड में तैनात कर्मचारी को स्ट्रैचर लेकर भेज दिया गया। लोगों का कहना है कि अगर ऐसे ही लापरवाही होती रही तो लोग सरकारी अस्पतालों में जाने से कन्नी काटने लगेंगे।

एसएमओ ने फोन ही नहीं उठाया

इस पूरे मामले को लेकर जब एसएमओ डा. अमरजीत कौर से बात करने के लिए उनसे फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन ही नहीं उठाया।

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