मारपीट की दो घटनाओं में तीन महिलाओं समेत छह घायल
शहर के विभिन्न इलाकों में हुई मारपीट की घटनाओं में तीन महिलाओं समेत 6 लोग घायल हो गए। संबंधित थानों की पुलिस ने 34 लोगों के खिलाफ 4 केस दर्ज करके उनकी तलाश शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : शहर के विभिन्न इलाकों में हुई मारपीट की घटनाओं में तीन महिलाओं समेत 6 लोग घायल हो गए। संबंधित थानों की पुलिस ने 34 लोगों के खिलाफ 4 केस दर्ज करके उनकी तलाश शुरू कर दी है। थाना सदर पुलिस ने मोती बाग कालोनी निवासी तरलोचन सिंह की शिकायत पर उसी इलाके में रहने वाले मनिदर सिंह, राजू, जोत और उसके 12 साथियों पर केस दर्ज किया। अपने बयान में उसने बताया कि आरोपितों ने अपने घर में खुंखार कुत्ते रखे हुए हैं। इसके चलते बेटे गगनदीप सिंह ने उनके खिलाफ पुलिस को शिकायत दी थी। उसी की रंजिश के चलते 12 अप्रैल की रात 10 बजे आरोपित जबरदस्ती उनके घर में घुस आए। बेसबाल व ईंट से हमला कर दिया। घर का दरवाजा तोड़ कर बेटी व पत्नी को पीटा। उनके शोर मचाने पर जमा हुए लोगों को देख आरोपित जान से मारने की धमकियां देते फरार हो गए।
थाना फोकल प्वाइंट पुलिस ने गांव गोबिदगढ़ निवासी पिकी देवी की शिकायत पर उसी इलाके में रहने वाले किशोर शाह, उसके बेटे अमित कुमार, रवि कुमार, सुमित कुमार, नौकर मनोज कुमार व राजू के खिलाफ केस दर्ज किया है। अपने बयान में उसने बताया कि वो पति दिलीप शाह के साथ मुर्गा बेचने का काम करती है। उसका जेठ आरोपित किशोर शाह भी यही काम करता है। कारोबारी रंजिश के चलते आरोपित उनकी दुकान में घुस आए। आते ही उन लोगों ने उसके साथ मारपीट की। दुकान के बाहर खड़ी उनकी बोलेरो गाड़ी तोड़ दी और जान से मारने की धमकियां देते फरार हो गए।
थाना मोती नगर पुलिस ने मुंडियां कलां के गोबिद नगर निवासी पिटू कुमार की शिकायत पर भगत सिंह कालोनी निवासी दीपू, ज्वाला, हरिदर, राजा, राजू तथा उनके 5 अज्ञात साथियों पर केस दर्ज किया। अपने बयान में उसने बताया कि आरोपित दीपू ने शिवरात्रि के दिन उससे घर में टेंट लगवाया था। 9 अप्रैल को जब उसका नौकर सुभाष कुमार उससे 500 रुपये किराया लेने के गया तो आरोपितों ने मिलकर उस पर हमला कर दिया। उसका मोटरसाइकिल तोड़ दिया और धमकियां देते फरार हो गए।
थाना कूमकलां पुलिस ने गांव भम्मा कलां निवासी जतिदर कुमार पांडेय की शिकायत पर शेरपुर बेट निवासी रमनीत सिंह तथा उसके तीन अज्ञात साथियों पर केस दर्ज किया। अपने बयान में उसने बताया कि 8 अप्रैल को उसकी फैक्ट्री में काम करने वाले आरोपित रमनीत सिंह ने छोटी सी बात पर अपने साथियों समेत उसपर हमला कर दिया। घायल करने के बाद उसे जान से मारने की धमकियां देकर फरार हो गए।