स्वयं सेवकों ने शस्त्र पूजन कर मनाया स्थापना दिवस

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयं सेवकों ने शस्त्र पूजन कर विजयादशमी के दिन स्थापना दिवस पर्व मनाया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 05:59 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 05:59 PM (IST)
स्वयं सेवकों ने शस्त्र पूजन कर मनाया स्थापना दिवस
स्वयं सेवकों ने शस्त्र पूजन कर मनाया स्थापना दिवस

संवाद सहयोगी, कपूरथला : राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयं सेवकों ने शस्त्र पूजन कर विजयादशमी के दिन स्थापना दिवस पर्व मनाया। शहर स्थित मंदिर धर्म सभा में स्वयं सेवकों और पदाधिकारियों ने एकत्रित होकर शस्त्र पूजन किया और शक्ति को बढ़ाने का संकल्प लिया। विजयादशमी के दिन 1925 को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना हुई थी। रविवार सुबह मंदिर धर्म सभा में आरएसएस के स्वयं सेवक पहुंच गए थे। वरिष्ठ पदाधिकारियों ने स्वयं सेवकों को संघ की स्थापना का उद्देश्य बताया। समारोह में वक्ता के तौर पर रामकृष्ण, जिला संघ चालक बलविदर सिंह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ वरिष्ठ नेता सुभाष मकरंदी उपस्थित हुए। रामकृष्ण ने कहा की शस्त्र पूजन कोई शक्ति प्रदर्शन नहीं बल्कि सनातन धर्म की पौराणिक मान्यता है जिसका निर्वाहन करना हर भारतीय का नैतिक दायित्व है। देश की अखंडता के साथ ही सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक एकता को बनाए रखना हर नागरिक का सामाजिक दायित्व है।

संघ के वरिष्ठ नेता सुभाष मकरंदी ने कहा कि संघ एक साल में छह कार्यक्रम उत्सव के रूप में मनाता है। इसमें वर्ष प्रतिपदा, हिन्दू साम्राज्य दिवस, गुरु पूर्णिमा, रक्षाबंधन, विजयादशमी एवं मकर संक्रांति शामिल है। उन्होंने कहा कि हमारा समाज भक्ति को समझता है, लेकिन शक्ति को भूल गया है। प्रथम सर संघ संचालक डॉ. केशवराव बलिराम हेडगेवार ने हिदुओं को एकजुट करने के लिए वर्ष 1925 में विजयादशमी के दिन अपने घर पर पांच साथियों के साथ संघ की स्थापना की थी। इस अवसर पर आरएसएस के अशोक गुप्ता, रजनीश कांत, शिव धीर, चेतन धीर, विकास शास्त्री, विकास बजाज, अश्वनी शर्मा, डा. रणवीर कौशल, एसके कालिया, मंगल राम कालिया, अनु कुमार, पवन धीर, मुकेश गुप्ता, दिनेश गुप्ता, विजय खोसला, राकेश चोपड़ा, संदीप बजाज, अमरजीत पथरिया, जगदीश शर्मा, सुमीत गुप्ता, श्याम सुंदर अग्रवाल, यश महाजन, धर्मपाल महाजन, अशोक माहला, विश्व हिन्दू परिषद के विभाग अध्यक्ष नरेश पंडित, उमेश शारदा, पुरुषोत्तम पासी एवं मनु धीर उपस्थित थे।

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