जेल में प्रीत और पीटर के बीच हुआ था तस्करी का करार

सख्ती के बावजूद पंजाब की विभिन्न जेलों में बंद गैंगस्टरों नशे का नेटवर्क चला रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 31 Aug 2021 09:28 PM (IST) Updated:Tue, 31 Aug 2021 09:28 PM (IST)
जेल में प्रीत और पीटर के बीच हुआ था तस्करी का करार
जेल में प्रीत और पीटर के बीच हुआ था तस्करी का करार

हरनेक सिंह जैनपुरी, कपूरथला

सख्ती के बावजूद पंजाब की विभिन्न जेलों में बंद गैंगस्टरों की ओरसे देश भर में चलाए जा रहे बड़े नशा तस्करी की परतें खुलने पर जेल अधिकारियों की मिलीभगत भी सामने आ सकता है। सहायक सुपरिंटेंडेंट स्तर के कई जेल अधिकारी की नशे के कारोबार में संलिप्तता से इंकार नही किया जा सकता है। फिरोजपुर जेल में बंद गैंगस्टर प्रीत एवं 20 किलो हेरोइन साथ गिरफ्तार पीटर मसीह की 2017 को माडर्न जेल कपूरथला में मुलाकात हुई जिसके बाद दोनों के बीच हेरोइन की तस्करी को लेकर करार हुआ था।

कपूरथला पुलिस की ओर से मंगलवार को गिरफ्तार किए गए होशियारपुर के सारंगवाल निवासी बलविदर सिंह और बस्ती दानिशमंदा जालंधर निवासी पीटर मसीह पहले से ही कई आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं। पीटर मसीह एनडीपीसी मामले में माडर्न जेल कपूरथला में बंद था। उस वकत प्रीत फिरोजपुर में नशा तस्करी के विभिन्न मामलों में इस जेल में बंद था। इस दौरान प्रीत व पीटर एक दूसरे के काफी करीब आ गए। पुलिस सूत्रों अनुसार उस वक्त प्रीत ने पीटर को कहा था कि उसका बड़े तस्करों के साथ संबंध है। क्या वह उनके लिए काम कर सकता है। इस पर पीटर ने हामी भर दी और 2020 को जेल से छूटने के बाद वह प्रीत के लिए काम करने लगा। प्रीत की तरफ से फिरोजपुर जेल से फाइव जी मोबाइल से पीटर को फोन किया जाता रहा। इसके अलावा यह लोग अक्सर मोबाइल व नंबर बदल कर बात करते थे ताकि पुलिस व एजेंसियों की पकड़ में आने से बचा जा सके। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस मामले में कुछ जेलों के सहायक सुपरिंटेंडेट स्तर के अधिकारियों की शमूलियत भी सामने आ सकती है। इसके अलावा पुलिस इन तस्करों को फंडिग करने वाले शख्स की भी खोज कर रही है। जिला पुलिस की ओर से प्रोडक्शन वारंट पर प्रीत को कपूरथला लाया जा सकता है, जिससे पूछताछ के पश्चात कई अहम खुलासे होने की संभावना है।

पंजाब के बार्डर पर सख्ती होने की वजह से तस्कर चुन रहे जम्मू कश्मीर सीमा : एसएसपी

एसएसपी हरकमलप्रीत सिंह ने बताया कि पंजाब के अमृतसर बार्डर पर सख्ती होने की वजह से इन लोगों की तरफ से जम्मू कशमीर के सेब की बड़ी मंडी पमपेर को चुना गया। पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से यह लोग आसानी से सीमा पार से हेरोइन की डिलीवर लेते थे और पीटर मसीह एवं उसका साथी प्रीत की तरफ से बताए ठिकाने पर सप्लाई पहुंचा देते थे। हालाकि पीटर मसीह कोई बड़ा तस्कर नही था लेकिन पर्दे के पीछे रह कर इन्हें फंडिग कोई और आदमी करता है। इन दोनों से भारी मात्रा में बरामद हेरोइन से यह बात साफ हो गई है कि पंजाब की जेलों से ही नशे का कारोबार चल रहा है।

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