अध्यापकों ने शिक्षा विभाग की नीति का किया विरोध
शिक्षा विभाग की तरफ से जा रही नैशनेलाईजेशन नीति का बीएड अध्यापक फ्रंट की तरफ से विरोध किया जा रहा है। शिक्षा विभाग की तरफ से जा रही नैशनेलाईजेशन नीति का बीएड अध्यापक फ्रंट की तरफ से विरोध शिक्षा विभाग की तरफ से जा रही नैशनेलाईजेशन नीति का बीएड अध्यापक फ्रंट की तरफ से विरोध शिक्षा विभाग की तरफ से जा रही नैशनेलाईजेशन नीति का बीएड अध्यापक फ्रंट की तरफ से विरोध कककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककककक
संवाद सहयोगी, नडाला : शिक्षा विभाग पंजाब की ओर से प्राइमरी काडर के अध्यापकों के लिए जारी की गई नई रेशनेलाइजेशन नीति के तहत पदों को कम किया जा रहा है। बीएड अध्यापक फ्रंट कपूरथला के प्रधान सरताज सिंह चीमा ने उक्त नीति की निदा करते हुए कहा कि इससे प्राथमिक शिक्षा का नुकसान होगा। उन्होंने बताया कि इस नीति के अंतर्गत हेड टीचर की पोस्ट 51 बच्चों के पीछे देने के कारण बहुत से स्कूलों में से हेड टीचर की पोस्ट खत्म कर दी जाएगी। सेंटर हेड टीचर की पोस्ट को सिर्फ प्रशासनिक पोस्ट ही माना जाए। उन्होंने मांग की कि 2016 में 30 बच्चों की संख्या वाले स्कूलों में हेड टीचर की पोस्ट को ही बहाल रखा जाये। उसमें प्री नर्सरी के बच्चों की संख्या भी शामिल की जाये। जिन स्कूलों में प्री नर्सरी के बच्चों की संख्या डालकर 51 बनती है, वहां भी हेड टीचर की पोस्ट दी जाये। इस मौके पर ब्लाक प्रधान जबरजंग सिंह, सरप्रस्त पवन कुमार, प्रैस सचिव विपन कुमार, तरलोचन सिंह, कमलजीत सिंह, हरप्रीत सिंह, लखवीर सिंह, मनोज कुमार, शिवपाल, अमर सिंह, दलजीत सिंह, जगदीश कुमार, गौरव, अजय, बख्शीश सिंह, विश्वदीप कालिया, दीपक बजाज, रवीन्द्र बजाज, रकेश कुमार, राजविंदर सिंह, सतनाम सिंह, नरिंदर बावा, सुरिन्दर सिंह, तरसेम सिंह आदि उपस्थित थे।