सरकार पर फूटा कर्मियों का गुस्सा

कपूरथला में पीएसपीसीएल कर्मियों ने मांगें मनवाने के लिए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Nov 2021 07:55 PM (IST) Updated:Mon, 22 Nov 2021 11:19 PM (IST)
सरकार पर फूटा कर्मियों का गुस्सा
सरकार पर फूटा कर्मियों का गुस्सा

संवाद सहयोगी, कपूरथला : ज्वाइंट फोरम की ओर से जारी हिदायतों के तहत कपूरथला सर्कल के अध्यक्ष व इंप्लाइज फेडरेशन पहलवान ग्रुप के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव सिंह खैहरा की अध्यक्षता में पीएसपीसीएल सर्कल कार्यालय कपूरथला सिटी मंडल सब अर्बन मंडल कपूरथला के कर्मचारियों ने सोमवार को मांगों को लेकर कामकाज बंद रखा। इसी प्रकार की नकोदर सिटी और सब अर्बन नकोदर, मंडल करतारपुर सहित आदि सर्कल के क्लेरिकल और टेक्नीकल स्टाफ ने सामूहिक तौर पर छुट्टी लेकर सरकार के खिलाफ रोष जताया।

कर्मचारियों ने बताया कि वेतन आयोग की रिपोर्ट में संशोधन नही किया जा रहा है। डीए की बकाया राशि नहीं देकर कर्मचारियों से मैनेजमेंट व प्रदेश सरकार की ओर से धक्केशाही की जा रही है। सरकार की नीतियों से परेशान पीएसपीसीएल कर्मचारियों ने सामुहिक छुट्टी लेकर धरना दिया गया। धरने में शामिल सुखदेव सिंह खैहरा सर्कल अध्यक्ष, सुखदेव सिंह टिब्बा अध्यक्ष सर्कल कपूरथला, निर्मल सिंह, सविन्दर सिंह बुटारी, हरजिन्दर सिंह ने संयुक्त तौर पर सरकार की नीतियों की निंदा की। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही कर्मचारियों के मामलों को हल नहीं किया गया तो इस संघर्ष को ओर तेज किया जाएगा। इस अवसर पर रणजीत सिंह, बिक्रम सिंह, अमरजीत सिंह, भुपिन्दर सिंह, स्वर्ण सिंह, मनप्रीत कौर, नीना शर्मा, गुरसेवक सिंह, अलविंदर कौर, मोनिका चोपड़ा, कुलविन्दर कौर, गुरभजन कौर, बलजीत कौर, रजित शर्मा, सतनाम सिंह, जगदीश कुमार, चरनजीत सिंह आदि उपस्थित थे।

एनएचएम कर्मियों ने सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन

संवाद सहयोगी, कपूरथला : जिला सेहत विभाग के नेशनल हेल्थ मिशन अधीन काम करते कर्मचारियों ने सेवाएं रेगुलर करने व अन्य मांगों को लेकर सोमवार को हड़ताल जारी रखा। कर्मचारियों ने कहा कि सरकार उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दे रही। हाल ही में कांट्रैक्ट मुलाजिमों को पक्का करने संबंधी दी पंजाब प्रोटेक्शन एंड रेगुलाईजेशन आफ कांट्रेक्चुअल इंप्लाईज बिल 2021 बनाया गया है, उसमें एनएचएम कर्मचारियों को शामिल नहीं किया गया है।

उन्होंने सरकार से रेगुलर पे स्केल की मांग की है। कर्मचारियों ने कहा कि अगर राजस्थान, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, तामिलनाडू की सरकारें नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारियों की सेवाएं रेगुलर कर सकती है तो पंजाब सरकार क्यों नहीं कर सकती। कोरोना काल में कर्मचारियों ने मेहनत से काम करके मानवता की सेवा की है लेकिन सरकार कर्मचारियों का हौसला हौंसला तोड़ रही है। इस मौके पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गई।

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