केंद्र सरकार पर फूटा कर्मचारियों का गुस्सा

आरसीएफ में निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों ने मशाल मार्च निकाला।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 08:22 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 08:22 PM (IST)
केंद्र सरकार पर फूटा कर्मचारियों का गुस्सा
केंद्र सरकार पर फूटा कर्मचारियों का गुस्सा

जागरण संवाददाता, कपूरथला : इंडियन रेलवे एंप्लाइज फेडरेशन के निर्देशों के तहत 19 से 28 सितंबर तक चल रहे जन जागरण अभियान के तहत शुक्रवार रात साढे आठ बजे आरसीएफ के वर्कर क्लब से आरसीएफ कालोनी में विशाल मार्च निकाला गया। राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन योजना, रेलवे में बढ़ रही ठेकेदारी व आउटसोर्सिंग, रेलवे के निजीकरण, 44 श्रम कानूनों को चार कोड में बदलकर मजदूरों, कर्मचारियों के हक अधिकार छीनने, बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई आदि के खिलाफ आरसीएफ परिवार को जागरूक करने के लिए मशाल मार्च निकाला गया। मशाल मार्च में केंद्र सरकार व रेल प्रशासन की गलत नीतियों के खिलाफ पूरा गुस्सा फूटा व कर्मचारी एकता के नारे लगाए गए।

मशाल मार्च में बड़ी संख्या में शामिल कर्मचारियों को संबोधित करते हुए सर्वजीत सिंह, महासचिव, इंडियन रेलवे इंप्लाइज फेडरेशन व आरसीएफ इंप्लाइज यूनियन ने कहा कि केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइप लाइन योजना से रेलवे समेत 13 विभागों पर निजीकरण का एक और बड़ा हमला बोला है जिसके खिलाफ एकजुट वह बड़ा संघर्ष लड़ना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि दुनिया के बहुत सारे देश रेलवे निजीकरण के बुरे नतीजों के बाद रेलवे का राष्ट्रीयकरण करने पर मजबूर हो चुके हैं परंतु हमारे देश में केंद्र मोदी सरकार निजीकरण के रास्ते पर चल रही है। जिसके खिलाफ पूरी भारतीय रेलवे में यह जन-जागरण अभियान चलाया जा रहा है।

बचितर सिंह, उपाध्यक्ष आरसीएफइयू ने कहा कि हमें केंद्र सरकार की देश, रेल, कर्मचारी व मेहनतकश लोगों के विरुद्ध नीतियों को चुनौती देने के लिए एकजुट होने की जरूरत है। बचितर सिंह ने 25 सितंबर दिन शनिवार को शहीद भगत सिंह विचार मंच द्वारा करवाए जा रहे इंकलाबी नाटक मेले में कर्मचारियों को शामिल होने की अपील की। उन्होंने कहा कि नाद रंगमंच पटियाला की टीम नाटक असी अन्नदाता हुने हां का मंचन करेगी। किसान नेता साथी राजेंद्र सिंह दीप सिंह वाला संघर्षशील लोगों के बारे में बताएंगे। शहीद भगत सिंह विचार मंच की टीम नाटक पेश करेगी।

मशाल मार्च में मुख्य रूप में परमजीत सिंह खालसा, मनजीत सिंह बाजवा, प्रेस सचिव अमरीक सिंह, हरविदरपाल, नरेंद्र कुमार, परविदर सिंह, दलवारा सिंह, शरणजीत सिंह, तलविदर सिंह, भरत राज, तरलोचन सिंह, अमरीक सिंह गिल, जसपाल सिंह सेखों, एसपी सिंह, दिलबाग सिंह, गुरजिदर सिंह, गुरचरण सिंह, बाबा अजैब सिंह, विनोद कुमार राजवीर सिंह, अरविद कुमार, धर्मपाल, चंद्रभान, परमजीत सिंह, कर्म सिंह, तरसेम सिंह गोगी, सुरेंद्र कुमार आदि शामिल थे।

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