विकास में दूरसंचार सेवाओं का अहम योगदान
पुष्पा गुजराल साइंस सिटी में वेबिनार करवाया
जागरण संवाददाता, कपूरथला : पुष्पा गुजराल साइंस सिटी ने फाइव जी टेक्नोलाजी से मिलने वाली सुविधा विषय पर वेबिनार करवाया। वेबिनार में प्रदेश के लगभग 150 इंजीनियरिग कालेज के छात्रों ने हिस्सा लिया। विश्व दूरसंचार दिवस पर इस साल के लिए थीम चुनौतीपूर्ण समय में डिजीटल परिवर्तन को तेज करना था। डा. स्वदेस डी प्रोफेसर इलैक्ट्रोनिक इंजीनियरिग विभाग आइआइटी दिल्ली इस अवसर पर मुख्य वक्ता थे। उन्होंने कहा कि लागत और ऊर्जा दक्षता, हाइपर फास्ट, कम लेटेंसी और विश्वसनीयता जैसे विभिन्न सुविधाओं के कारण फाइव जी नेटवर्क की वायरलेस संचार के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण छलांग के रूप में माना जाता है। आइआइटी दिल्ली में उद्योग सहयोगी प्रणाली तैयार की जा रही है, जिससे तकनीक का प्रयोग करके नए उत्पाद शुरू किए जाएंगे।
साइंस सिटी की डायरेक्टर जनरल डा. नीलिमा जेरथ ने कहा कि विश्व दूरसंचार दिवस दूरसंचार की शक्ति और दुनिया भर में संबंधों के निर्माण में इसके महत्व का जश्न मनाने का अवसर है। लाखों लोग इन नेटवर्क पर निर्भर करते हैं। टेलीकाम नेटवर्क ने घर से काम करने, आनलाइन कक्षाओं में भाग लेने, ई-स्वास्थ्य और आनलाइन डाक्टर से परामर्श में भाग लेने के लिए लोगों को सक्षम किया है। आगे दूरसंचार क्षेत्र ने वैश्विक स्तर पर आर्थिक प्रगति में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
साइंस सिटी के निदेशक राजेश ग्रोवर ने कहा कि दूरसंचार सेवाएं राष्ट्र के लिए जीवन रेखा हैं। उन्होंने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वह 5जी प्रौद्योगिकी के साथ कोविड-19 की दूसरी लहर के संबंध का दावा करने वाले विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर फैलाए जा रहे गलत संदेशों से गुमराह ना हो क्योंकि इनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं था। दूरसंचार विभाग पहले से ही मोबाइल टावर से इएमएफ उत्सर्जन के स्वास्थ्य प्रभावों पर वैज्ञानिक तथ्यों के बारे में जागरूकता लाने के लिए कई कदम उठा रहा है।