कैप्टन सरकार का चुनावी साल में चेक से पेंशन बांटना शर्मनाक : खोसला
पूर्व मेयर अरुण खोसला ने पंजाब की कैप्टन अमरिदर सिंह सरकार पर निशाना साधा है। खोसला ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार आगामी विधानसभा चुनाव में हार को सामने देखकर इतनी डरी हुई है कि अब दिव्यांग वृद्धों विधवाओं तथा बेसहारा बच्चों को दी जाने वाली मासिक पेंशन को भी राजनीति का हथियार बनाने पर तुल गई है।
संवाद सहयोगी, फगवाड़ा : पूर्व मेयर अरुण खोसला ने पंजाब की कैप्टन अमरिदर सिंह सरकार पर निशाना साधा है। खोसला ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार आगामी विधानसभा चुनाव में हार को सामने देखकर इतनी डरी हुई है कि अब दिव्यांग, वृद्धों, विधवाओं तथा बेसहारा बच्चों को दी जाने वाली मासिक पेंशन को भी राजनीति का हथियार बनाने पर तुल गई है। कैप्टन सरकार साढ़े चार साल से लोगों को पेंशन 1500 सौ रुपये करने के लारे लगा रही थी। अब चुनावी वर्ष में भी कई महीने से 1500 सौ रुपये पेंशन करने का प्रचार जारी रहा।
खोसला ने कहा कि गत 31 अगस्त को मुख्यमंत्री द्वारा पेंशन 1500 रुपये करने का रस्मी उद्घाटन करने के बाद से लोग लगातार बैंक खाते चेक कर रहे हैं, लेकिन किसी को भी पेंशन का भुगतान नहीं हुआ। लोगों को उम्मीद थी कि शायद प्रधानमंत्री मोदी की तर्ज पर मुख्यमंत्री भी अपने कार्यालय से बटन दबाएंगे और पेंशन उनके बैंक में ट्रांसफर हो जाएगी। मगर लोगों के हाथ निराशा ही लगी। अब कहा जा रहा है कि बढ़ी हुई पेंशन कांग्रेस पार्टी के पूर्व वार्ड पार्षद अथवा वार्ड प्रधान मजमा लगाकर चेक से बांटेंगे, जोकि अति निदनीय है। अरुण खोसला ने कहा कि बहुत सारे वृद्ध अथवा दिव्यांग अपना आधार कार्ड उठाये पेंशन का चेक लेने नहीं जा सकते। जो लोग बीमार हैं, उनकी अपनी समस्याएं हैं। चेक लेकर बैंक में लगाना और फिर क्लीयरेंस का इंतजार करना गरीब और मजबूर पेंशन धारकों को बड़ी परेशानी में डालने वाली बात है। पूर्व मेयर ने पंजाब सरकार तथा कांग्रेस पार्टी के नेताओं से अपील कि की पेंशन धारकों की मजबूरी का फायदा न उठाया जाए। उनसे भद्दा मजाक न हो वरना कहीं वोट बढ़ाने के चक्कर में कांग्रेस पार्टी की ओछी हरकतें उसका बाकी देश की तरह पंजाब में भी पूर्ण सफाया न कर दे। उन्होंने कहा कि जिस तरह पहले लोगों की पेंशन उनके बैंक खातों में आती है, इस बार बढ़ी हुई पेंशन भी बैंक खातों में ही डाली जाए।