गुरु नगरी में शहीद ऊधम सिंह को दी श्रद्धांजलि
महान शहीद उधम सिंह शहीदी दिवस पर सुल्तानपुर लोधी में कार्यक्रम करवाया गया।
संवाद सहयोगी, सुलतानपुर लोधी : महान शहीद उधम सिंह शहीदी दिवस पर सुल्तानपुर लोधी में कार्यक्रम करवा गया। इस मौके पर शहीद उधम सिंह मेमोरियल ट्रस्ट के प्रधान प्रोफेसर चरन सिंह ने कहा कि शहीद कौम का सरमाया होते हैं, जो कौमें अपने शहीद को भूल जाती हैं उनका नामों निशान मिट जाता है। इसके साथ ही चल रहे किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों को श्रद्धा के फूल भेंट किए और केंद्रीय सरकार की लोमारू किसान विरोधी कानूनों की निदा करते हुए इन काले कानूनों को रद करने की बात कही।
इस मौके एडवोकेट राजिंदर सिंह राणा ने कहा कि शहीद उधम सिंह की शहादत भारतीय लोगों को देश प्यार और देश के लिए कुर्बान होने के लिए प्रेरणा देती रहेगी। इस मौके पर नवतेज सिंह चीमा विधायक सुलतानपुर लोधी ने श्रद्धा के फूल भेंट करते हुए कहा कि हमें आपने देश के महान शहीदों की शहादत को हमेशा याद रखना चाहिए। उन्होंने नौजवानों को शहीदों की तरफ से दिखाएं मार्ग पर चलने का आह्वान करते हुए कहा कि शहीदों की शहादत हमारा मार्गदर्शक हैं, जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।
शहीद उधम सिंह के शहीदी दिवस के मौके पर उन को श्रद्धांजली देने के लिए पूर्व खजाना मंत्री बीबी उपिंदरजीत कौर हलका इंचार्ज शिरोमणि अकाली दल सुलतानपुर लोधी में शहीद उधम सिंह के बुत पर श्रद्धा के फूल भेंट किए। इस मौके पर अकाली दल के पीएसी सदस्य स्वर्ण सिंह ने कहा कि आज हमारे नौजवानों को नशे से दूर रह कर शहीदों के दिखाए मार्ग पर चलने चाहिए। इस मौके पर बीबी गुरप्रीत कौर रूही सदस्य एसजीपीसी ने भी श्रद्धा के फूल भेंट किए।
इस मौके पर आप नेता व अजुर्न अवार्डी सज्जन चीमा ने शहीद उधम सिंह को श्रद्धांजलि भेंट करने के उपरांत कहा कि जब भी देश के महान शहीद की बात चलती है तो उधम सिंह का नाम देश के चोटी के राष्ट्रीय शहीदों में आता हैं।
इस मौके पर सुखविन्दर सिंह सुख पूर्व चेयरमैन, सुखदेव सिंह नानकपुर सीनियर अकाली नेता और जरनैल सिंह डोगरांवाल सदस्य गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने कहा कि शहीद ऊधम सिंह के बलिदान पर सभी देशवासी गर्व महसूस करते हैं।
इस मौके पर मार्केट कमेटी के चेयरमैन परविन्दर सिंह पप्पा और नगर सुधार ट्रस्ट चेयरमैन तेजस्वी सिंह ने शहीद को श्रद्धांजलि भेंट की। इस मौके पर दाना मंडी सुलतानपुर लोधी में एक विशाल समागम करवाया गया जिस में उन के जीवन, बलिदान और फलसफे के बारे विचार पेश किये गए। जिस में डाक्टर तेजिन्दर कौर सेवा- मुक्त प्रोफेसर और डीन गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी, डाक्टर रघबीर कौर सेवा निवृत्त प्रोफेसर गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, डाक्टर नवजोत प्रिसिपल खालसा कालेज फार वूमेन जालंधर आदि मौजूद थे।