गुरबाणी कीर्तन से संगत हुई निहाल
फगवाड़ा के गांव महेड़ू स्थित गुरुद्वारा साहिब में धार्मिक समारोह करवाया गया।
संवाद सहयोगी, फगवाड़ा धन धन श्री गुरु अर्जुन देव जी के शहीदी दिवस को समर्पित धार्मिक समागम गांव महेड़ू में स्थित गुरुद्वारा शहीद सिंह में बड़ी श्रद्धा और उत्साह से करवाया गया। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से श्री अखंड पाठ साहिब जी के पाठ के भोग उपरांत दीवान सजाए गए। जिसमें पंथ के महान कीर्तनी रागी ढाडी जत्थों ने गुरबाणी के मनोहर कीर्तन का गुणगान कर उपस्थित संगत को गुरु चरणों से जोड़ा। वहीं धार्मिक समागम में स्थानीय विधायक बलविदर सिंह धालीवाल (रिटायर्ड आइएएस) विशेष तौर पर शामिल हुए। उन्होंने गुरुद्वारा साहिब में नतमस्तक होकर सभी के चड़दी कला की कामना की। इस मौके प्रबंधक कमेटी की ओर से विधायक बलविदर सिंह धालीवाल को सिरोपा देकर सम्मानित किया गया। विधायक धालीवाल ने कहा कि हमें हमेशा अपने गुरुओं पीरों के दिखाए हुए रास्ते पर चलना चाहिए। हमेशा गरीब मजलूम लोगों की हिफाजत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग मुख्यधारा से छूटकर पीछे रह गए हैं उनको बराबर लाने के प्रयास करने चाहिए। तब ही हमारा जीना सार्थक होगा। इस अवसर पर मार्केट कमेटी के चेयरमैन नरेश भारद्वाज, सुखविदर सिंह काला सरपंच महेड़ू, गुरजीत वालिया, जगजीत बिट्टू, तीर्थ संधू महेड़ू, निदरपाल, सतविदर सनी, सर्वजीत सिंह, रघुवीर सिंह, गुरप्रीत संधू .सुखविदर बैस, जगदीप पनेसर, इंद्रजीत ढेसी, अमरपाल पनेसर भी उपस्थित थे।
श्री गुरु अर्जुन देव जी के शहीदी दिवस पर लगी छबीलें
संवाद सहयोगी, फगवाड़ा : श्री गुरु अर्जुन देव जी के शहीदी दिवस के मौके पर बांगा रोड पर स्थित चाना टेंट हाउस की ओर से ठंडे मीठे जल की छबील लगाई गई। इस मौके पर विधायक बलविदर सिंह धालीवाल (रिटायर्ड आइएएस) मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए राहगीरों को छबील पिलाई। विधायक धालीवाल ने कहा कि शहीदों के सरताज श्री गुरु अर्जन देव जी ने दुखी व बेसहारा लोगों की रक्षा के लिए कई कष्ट सहे लेकिन वह अपने वचनों से पीछे नहीं हटे। विधायक ने कहा कि उनकी शहीदी से सिख कौम में शहादतों का नया अध्याय शुरू हुआ। विधायक धालीवाल ने कहा कि गुरुजी के जीवन से प्ररेणा लेते हुए हमे भी जरूरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए और इस कोरोना संकट में पैदा हुए हालातों में समर्थ लोगों को आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की मदद के लिए आगे आना चाहिए। इस मौके जसवीर चाना, हरजोत चाना, अशोक बधवा, अमनदीप काका भी उपस्थित थे।