सरकार पर फूटा पीआरटीसी कर्मियों का गुस्सा
पीआरटीसी कपूरथला के कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, कपूरथला : पंजाब रोडवेज पनबस कंट्रेक्ट वर्कर यूनियन व कांट्रेक्ट पर काम कर रहे पीआरटीसी मुलाजिमों के आह्वान पर पनबस व पीआरटीसी मुलाजिमों ने शुक्रवार को कपूरथला बस डिपो के गेट पर गेट रैली की गई। प्रधान गुरप्रीत सिंह पन्नू ने कहा कि पंजाब सरकार सत्ता में आने के बाद युवाओं को रोजगार देने, कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने, नशा माफिया खत्म करने जैसे वादों को पूरा नहीं कर पाई है। पंजाब में रोडवेज व पीआरटीसी की बसें बहुत कम है। महिलाओं को बसों में सफर करने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। कोरोना के कारण 50 प्रतिशत यात्री ले जाने के आदेशों से लोगों की मुश्किलें बढ़ी हैं। सरकार प्रदेश में सरकारी बसों की संख्या 10 हजार के करीब करें। उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को पंजाब भवन चंडीगढ़ में ट्रांसपोर्ट मंत्री, डायरेक्टर स्टेट ट्रांसपोर्ट, ट्रांसपोर्ट कमिश्नर पंजाब, एमडी पीआरटीसी से पनसप के प्रदेश सरपरस्त कमल कुमार, प्रधान रेशम सिंह गिल, कोषाध्यक्ष बलजिदर सिंह से हुई बैठक में यूनियन की ओर कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने की मांग की गई थी। ट्रांसपोर्ट मंत्री ने मांगों के हल के लिए वित्तमंत्री व सब कमेटी कैबिनेट से समय लेने के लिए कहा गया और मांगों का जल्द हल निकालने का भरोसा दिया। मुलाजिमों ने 26 अप्रैल को पंजाब के सभी शहरों के बस अड्डे बंद करने के प्रोग्राम को स्थगित कर दिया है। इस अवसर पर सुखबीर सिंह, हरजीत सिंह, इमानियल, सतनाम सिंह, गुरसेवक सिंह, मलकीत सिंह, कुलवंत सिंह, गुरविदर सिंह के अलावा अन्य यूनियन के अन्य सदस्य उपस्थित थे।