हड़ताल के चलते डाक्टरों ने ओपीडी लगाकर मरीजों को निश्शुल्क दवाइयां बांटी

सिविल अस्पताल में पिछले 17 दिनों से चल रही हड़ताल से मरीजों को आ रही परेशानी के चलते लगाया ओपीडी

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 07:07 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 07:07 PM (IST)
हड़ताल के चलते डाक्टरों ने ओपीडी लगाकर मरीजों को निश्शुल्क दवाइयां बांटी
हड़ताल के चलते डाक्टरों ने ओपीडी लगाकर मरीजों को निश्शुल्क दवाइयां बांटी

संवाद सहयोगी, कपूरथला : सिविल अस्पताल में पिछले 17 दिनों से चल रही हड़ताल से मरीजों को आ रही परेशानियों को देखते हुए डाक्टरों ने लगातार वीरवार को तीसरे दिन सिविल अस्पताल में ओपीडी लगाकर निजी पर्ची पर टेस्ट लिख कर दिए और खुद की खरीदी हुई निश्शुल्क दवाईयां भी दी गई।

डाक्टरों ने मांगे मनवाने के लिए लोकतांत्रिक तरीके का इस्तेमाल कर रहे है। परंतु मरीजों की सेवा प्रथम कर्तव्य है। इसलिए इमरजेंसी सेवाएं 24 घंटे निभाई जा रही हैं। अब स्टेट बाडी के निर्देशों पर रूमों का बाहिष्कार कर खुले में ओपीडी लगाई जा रही है। वीरवार को सरकारी पर्चियों का वहिष्कार करते हुए निजी पर्ची बनाई गई। स्पेशलिस्ट डाक्टरों की पूरी टीम ने खुद के खर्चे से दवाईयां खरीद कर मरीजों को दी। तीन दिन में लगभग 750 के करीब मरी•ाों की जांच की गई है। वहीं सिविल अस्पताल की रजिस्ट्रेशन विंडो से 450 के करीब मरी•ाों ने रजिस्ट्रेशन करवाई। लेकिन खुले में ओपीडी लगाकर बैठे, डाक्टरों ने सरकारी पर्ची में दवाई नहीं लिखी। निजी पर्ची पर टेस्ट लिखे होने से सिविल अस्पताल से नहीं हो सके। सिविल अस्पताल में होने वाले टेस्टों के लिए सरकारी रजिस्ट्रेशन पर्ची का होना जरूरी है। सिविल अस्पताल में इलाज के लिए चेतन मिन्हास, राहुल शर्मा, विपन, नवीन, अजय, किशन मेहरा, सुखविदर सिंह, परमजीत सिंह, करनैल सिंह, नेहा आदि ने बताया कि निजी पर्ची पर टेस्ट लिखे होने के कारण सिविल अस्पताल में वह टेस्ट नहीं हो सके, जिस कारण मरीजों द्वारा मजबूरन बाहर से टेस्ट करवा कर मिली रिपोर्ट ओपीडी के बाहर बैठे डाक्टरों दविदर सिंह, डा. अमनदीप सोही, डा. रवजीत सिंह, डा. अमनजोत कौर, डा. मनिदर कौर, डा. हरप्रीत मोमी, डा. प्रेम कुमार, डा. गुरदेव सिंह भट्टी, डा. जसविदरपाल, डा. नरिदर सिंह, डा. संदीप भोला, डा. परितोष गर्ग, गायनी डाक्टर सिम्मी धवन को रिपोर्ट दिखाई गई। जिस पर डाक्टरों द्वारा अपनी जेब से रुपए खर्च कर खरीदी गई दवाईयां निश्शुल्क मरी•ाों को दी गई। जिससे मरी•ाों ने डाक्टरों का धन्यवाद किया। मरीजों की परेशानी देख लगाया ओपीडी

इस संबंध में एसएमओ डा. संदीप धवन ने कहा कि डाक्टरों की मांगों को लेकर सेहत विभाग द्वारा सुनवाई नहीं की जा रही। जिस कारण मरीज इलाज के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। डाक्टरों ने हड़ताल के चलते खुले में ओपीडी लगाकर निश्शुल्क अपनी जेब से रुपये खर्च कर मरीजों की जांच कर दवाइयां बांटी। जब तक हड़ताल का नतीजा नहीं आता, तब तक ओपीडी लगाकर हर रोज मरीजों की जांच की जाएगी।

chat bot
आपका साथी