कोविशील्ड स्टाक में नहीं, 1700 लोगों को लगी को-वैक्सीन

जिले में कोविड-वैक्सीनेशन का आंकड़ा ढाई लाख से पार हो गया है। गत दिन यह संख्या 279613 तक पहुंच गई है। मंगलवार को 1700 लोगों को कोवैक्सीन लगाई गई। वहीं कोविशील्ड वैक्सीन न आने के कारण एनआरआइ व विदेशों में जाने वाले युवाओं को निराशा मिल रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 01:53 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 01:53 AM (IST)
कोविशील्ड स्टाक में नहीं, 1700 लोगों को लगी को-वैक्सीन
कोविशील्ड स्टाक में नहीं, 1700 लोगों को लगी को-वैक्सीन

नरेश कद, कपूरथला : जिले में कोविड-वैक्सीनेशन का आंकड़ा ढाई लाख से पार हो गया है। गत दिन यह संख्या 279613 तक पहुंच गई है। मंगलवार को 1700 लोगों को कोवैक्सीन लगाई गई। वहीं कोविशील्ड वैक्सीन न आने के कारण एनआरआइ व विदेशों में जाने वाले युवाओं को निराशा मिल रही है। बार-बार वैक्सीन लगने वाले सेंटरों पर लोग चक्कर लगाते हुए नजर आए। बुधवार को भी रोटरी क्लब, स्टेट गुरुद्वारा व श्री सत्य नारायण मंदिर में पहली व दूसरी वैक्सीन की डोज लगाई जाएगी, लेकिन कोविशील्ड नहीं बल्कि कोवैक्सीन ही लगेगी।

एसएमओ डा. संदीप धवन ने बताया कि कोविशील्ड वैक्सीन का स्टाक खत्म है। इसलिए कोवैक्सीन ही लगाई जा रही है। हमने कोवैक्सीन या कोविशील्ड को नहीं देखना बल्कि कोरोना जैसे जानलेवा बीमारी से निजात लेनी है। इसलिए सभी लोग कोवैक्सीन लगवाएं। लेकिन विदेश में जाने वाले लोग कोविशील्ड वैक्सीन ही लगवाएं। क्योंकि अभी कोवैक्सीन को मान्यता नहीं मिली। जल्द ही कोवैक्सीन को मान्यता मिल जाएगी। एसएमओ ने कहा कि कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी के लिए सेहत विभाग की गाइडलाइन की पालना करें और जरूरी काम के लिए ही घर से निकले।

सिविल अस्पताल के डीपीएम डा. सुखविदर कौर ने बताया कि कपूरथला के धार्मिक स्थानों में 502, सुल्तानपुर लोधी में 147, फगवाड़ा में 240, ढिल्लवां में 120, आरसीएफ में 151 व ईएसआई फगवाड़ा में 540 लोगों को कोवैक्सीन लगाई गई।

उन्होंने बताया कि 18 से 44 वर्ष तक के लोगों को पहली डोज में 666, दूसरी डोज में 324, सीनियर सिटीजन को पहली डोज में 96 व दूसरी डोज में 90 व 45 से 60 वर्ष तक के लोगों को पहली डोज में 266 तथा दूसरी डोज में 258 वैक्सीन लगाई गई।

सिविल सर्जन डा. परमिदर कौर ने बताया कि शहर में सभी लोग वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आ रहे है। कोविशील्ड व को-वैक्सीन में कोई भी फर्क नहीं है। इसलिए हमें कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी से बचने के लिए वैक्सीन लगवानी चाहिए। चाहे वह को-वैक्सीन हो या फिर कोविशील्ड।

chat bot
आपका साथी