नई तकनीक ने ब्रेन सजर्री को बनाया आसान : डा. नवीन चितकारा

कपूरथला में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से सीएमई बैठक का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Sep 2021 11:32 PM (IST) Updated:Wed, 01 Sep 2021 11:32 PM (IST)
नई तकनीक ने ब्रेन सजर्री को बनाया आसान : डा. नवीन चितकारा
नई तकनीक ने ब्रेन सजर्री को बनाया आसान : डा. नवीन चितकारा

संवाद सहयोगी, कपूरथला : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से सीएमई बैठक का आयोजन प्रधान डा. मधूसुदन संगर के नेतृत्व में किया गया। बैठक में एनएचएस अस्पताल जालंधर के वरिष्ठ डाक्टरों ने अलग-अलग बीमारियों से बचाव की जानकारी दी। सीएमई को संबोधित करते हुए वरिष्ठ न्यूरो सजर्न डा. नवीन चितकारा ने ब्रेन सजर्री, क्लाट व दुर्घटना की जटिल सजर्री पर जानकारी दी।

डा. चितकारा ने बताया कि आधुनिक पद्धति में ब्रेन सजर्री बहुत ही सुरक्षित है। इसी तरह मरीज में अचानक उत्पन्न हुए क्लाट को भी बड़ी सफलता से निकाला जा सकता है। वरिष्ठ हार्ट रोग विशेषज्ञ डा. कमलदीप बांसल ने बताया कि हार्ट में ब्लाकेज की स्थिति में स्टंट डालना बहुत ही सुरक्षित व सफल है जिसके माध्यम से हार्ट अटैक के मरीजों का जोखिम काफी कम किया जा सकता है। डा. दीपिका परमार ने जानकारी देते हुए बताया कि गलत खानपान की आदतों से मोटापा की समस्या तेजी से फैल रही है। जिससे कई रोग पैदा हो रहे है। मोटापा को कम करने व बढ़ने से रोकने के लिए बैलून ट्रीटमेंट का परिणाम मरीजों में बहुत ही शानदार देखने को मिल रहा है। डा. परमार ने पेट की अन्य बीमारियों व उनके उपचार संबंधी भी विस्तृत जानकारी दी।

वरिष्ठ किडनी रोग सर्जन डा. सतिदर पाल अग्रवाल ने बताया कि प्रोस्टेट की बीमारी को ठीक करने के लिए मेडिकल साइंस की ओर से नई दवाईयां उपलब्ध है वहीं जटिल स्थिति में प्रोस्टेट को खत्म करने के लिए आधुनिक उपचार पद्धति में विभिन्न प्रकार की सजर्री अच्छे परिणाम दे रही है। इसी तरह न्यूरोलीजिस्ट डा. दत्ता ने अलग-अलग प्रकार के सिरदर्द व माईग्रेन पर जानकारी देते हुए बताया कि हर व्यक्ति को सिरदर्द की समस्या को मामूली नहीं लेना चाहिए। लक्षणों की पहचान कर तुरंत विशेषज्ञ डाक्टर की राय के बाद उपचार शुरू करना चाहिए। उन्होंने बताया कि आधुनिक जीवन शैली में माईग्रेन की समस्या तेजी से बढ़ रही है जिसे ठीक करने के लिए टेस्ट व दवा बहुत जरूरी है।

एनएचएस के वरिष्ठ न्यूरोलीजिस्ट डा. संदीप गोयल ने आइएमए के सभी पदाधिकारियों व सदस्यों का सीएमई के आयोजन के लिए विशेष तौर पर आभार भी व्यक्त किया। बैठक में आइएमए अध्यक्ष डा. मधूसुदन संगर व सचिव अमनदीप सिंह ने विशेषज्ञ डाक्टरों को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित भी किया। इस अवसर पर आइएमए अध्यक्ष डा. मधूसुदन संगर, सचिव डा. अमनदीप सिंह, डा. संदीप धवन, डा. रणबीर कौशल, डा. डीके मित्तल, डा. मोहनप्रीत सिंह, डा. अमिता शर्मा, डा. रागिनी शर्मा, डा. सुभाष लोहिया, डा. विपन अरोड़ा, डा. अंजू अरोड़ा, डा. हरजीत सिंह, डा. राजकुमार, डा. जेएस थिद, डा. गुरबचन सिंह, डा. संदीप भोला, डा. रजिदर भोला, डा. राजीव भगत, डा. अमन, डा. राजीव पराशर, डा. राजीव, आरती शर्मा, जसविदर शर्मा मौजूद रहे।

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