मां का दूध नवजात के लिए पहली वैक्सीन : सिविल सर्जन

नवजात बच्चों के देखभाल के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 15 से 21 नवंबर तक नेशनल न्यू बोर्न वीक मनाया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 15 Nov 2021 11:40 PM (IST) Updated:Mon, 15 Nov 2021 11:40 PM (IST)
मां का दूध नवजात के लिए पहली वैक्सीन : सिविल सर्जन
मां का दूध नवजात के लिए पहली वैक्सीन : सिविल सर्जन

संवाद सहयोगी, कपूरथला : नवजात बच्चों के देखभाल के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 15 से 21 नवंबर तक नेशनल न्यू बोर्न वीक मनाया जा रहा है। सिविल सर्जन डा. गुरिन्दर बीर कौर ने बताया कि नवजात के जन्म के बाद पहले 28 दिन बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं और इस दौरान उसकी सही देखभाल जरूरी है। 2018 में हुए एसआरएस के सर्वे के अनुसार एक हजार में से 25 बच्चों की मौत जन्म के 28 दिनों में ही हो जाती है। नवजात की देखभाल के लिए लोगों का जागरूक होना जरूरी है। उन्होंने मां के दूध को नवजात के लिए पहली वैक्सीन बताया और कहा कि पहले छह महीने केवल शिशु को मां का दूध ही दिया जाए। इसके बाद पूर्ण आहार देना शुरु किया जाए। सिविल सर्जन बच्चों की ओपीडी का दौरा कर माताओं को स्तनपान, पूर्ण आहार का महत्व के बारे में जागरुक किया।

जिला टीकाकरण अधिकारी डा. रणदीप सिंह ने बच्चों के संपूर्ण टीकाकरण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि संपूर्ण वैक्सीनेशन बच्चों को घातक बीमारियों से बचाती हैं। उन्होंने न्यूमोकोकल वैक्सीन के बारे में भी जानकारी दी। इस अवसर पर सहायक सिविल सर्जन डा. अनू शर्मा, डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डा. सारिका दुग्गल, सीनियर मेडिकल अधिकारी डा. संदीप धवन, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. कुलजीत सिंह, डा. कंवलजीत कौर, डा. हरप्रीत मोमी, रविन्दर जस्सल, ज्योति आनंद व अन्य उपस्थित थे।

सिविल सर्जन ने सेहत सुविधाओं के प्रबंधों का लिया जायजा

संवाद सहयोगी, कपूरथला : सिविल सर्जन डा. गुरिन्दर बीर कौर ने सिविल अस्पताल की चेकिग की गई। उनके साथ सहायक सिविल सर्जन डा. अनु शर्मा, डिप्टी मेडिकल कमिश्नर डा. सारिका दुग्गल, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. कुलजीत सिंह, एसएमओ डा. संदीप धवन की उपस्थिति में अलग-अलग ओपीडी सेवाओं की भी जांच की गई। उन्होंने पीपी यूनिट, डायलिसिस यूनिट, एनसीडी क्लीनिक की भी विजिट की गई व रिकार्ड चेक किया। सिविल सर्जन ने मरीजों से स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली गई। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए वचनबद्ध हैं। उन्होंने डाक्टरों को अपनी ड्यूटी तनदेही से करने को प्रेरित करते कहा कि मरीजों को सिविल अस्पताल के अंदर वाली दवाइयां व टेस्ट लिखा जाए।

chat bot
आपका साथी