धालीवाल ने विधायकों के बेटों को नौकरी देने के फैसले का किया समर्थन
विधायक बलविदर सिंह धालीवाल ने कहा कि प्रदश सरकार युवाओं को रोजगार देने के लिए विशेष प्रयास किया है।
संवाद सहयोगी, फगवाड़ा : विधायक बलविदर सिंह धालीवाल (रिटायर्ड आइएएस) ने पंजाब सरकार की ओर से दो विधायकों के बेटों को अनुकंपा के आधार पर दी गई नौकरी के फैसले को सही ठहराया है। उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने घर-घर रोजगार और कारोबार मिशन पर सबसे अधिक ध्यान दिया है। कैप्टन सरकार की ओर से 17.60 लाख बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिया गया है। विधायक धालीवाल ने कहा कि सरकार की ओर से अलग-अलग विभागों में एक लाख अतिरिक्त पद भरने की प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है। सरकार की ओर से गंभीर और दुखदायी हालातों का सामना करने वाले विभिन्न श्रेणियों के लोगो को ध्यान में रखते हुए नौकरियां दी है। कैप्टन सरकार ने आतंकवाद प्रभावित परिवारों के अलावा दिव्यांग, 1984 दंगा पीड़ित परिवारों के सदस्यों, शहीद सैनिकों व मृतक सरकारी कर्मचारियों के परिवार के सदस्यों को नौकरियां देने के साथ-साथ वित्तीय सहायता भी दी है। उन्होंने कहा कि विधायकों के बेटों को सरकारी नौकरी देने का फैसला बिलकुल सही है और पूर्व में भी सरकारों ने अनुकंपा के आधार पर राजनीतिक नेताओं के बेटों व भाईयों को नौकरी दी है। ऐसे में विधायकों के बेटों का भी हक बनता था, जो सरकार ने उन्हें दिया है। इस पर किसी को भी कोई एतराज नहीं होना चाहिए और जो इसका विरोध कर रहे है, यह उनकी अपनी सोच है। धालीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह का हमेशा पंजाब हित व जनहित से जुड़े मामलों पर स्पष्ट स्टैंड रहा है। कैप्टन सरकार लोकहित से जुड़े हर काम को प्राथमिकता दे रही है।