पर्यावरण को शुद्ध बनाने के लिए लगाएं पौधे : सीचेवाल

देश के प्रदूषित हो चुके दरियाओं के लिए मार्गदर्शक बनी कार सेवा कमेटी का स्थापना दिवस मनाया

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 06:34 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 06:34 PM (IST)
पर्यावरण को शुद्ध बनाने के लिए लगाएं पौधे : सीचेवाल
पर्यावरण को शुद्ध बनाने के लिए लगाएं पौधे : सीचेवाल

संवाद सहयोगी, सुल्तानपुर लोधी :

देश के प्रदूषित हो चुके दरियाओं के लिए मार्गदर्शक बनी बाबा नानक की चरण स्पर्श प्राप्त काली बेई कार सेवा की 20वीं वर्षगांठ मनाई गई। इस मौके पर पंजाब के गिर रहे जलस्तर और सूख रहे दरियाओं के बारे के चिता व्यक्त की गई। वक्ताओं ने कहा कि पंजाब की नदियों और दरियाओं को प्रदूषित होने से बचाने के लिए मिलजुल कर प्रयास करना चाहिए।

वातावरण प्रेमी संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने 21 सालों की कार सेवा में संगत की तरफ से डाले गए निष्काम योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि कार सेवा ने दुनिया के वातावरण प्रेमियों का ध्यान अपने तरफ आकर्षित किया है। परन्तु दुख की बात है कि 21 साल बीत जाने के बावजूद भी पवित्र बेई में पड़ रहे गंदे पानी रोका नहीं जा सका है। उन्होंने अपील की कि बरसातों के दिनों में पंजाब की धरती के चप्पे-चप्पे को वृक्ष लगा कर भर दिया जाए।

इस मौके पर निर्मला पंचायती अखाड़ा कनखल से महंत ज्ञानी ज्ञान देव सिंह, विधिचंद संप्रदाय के प्रमुख संत अवतार सिंह सुर सिंह वाला, अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह, गुरुद्वारा गुरसर के संत लीडर सिंह सैफलाबाद के सेवक, संत गुरमेज सिंह सैदराना साहब, संत गुरबचन सिंह पंडवें वाले, संत बलदेव कृष्ण सिंह, बाबा परमजीत सिंह नौली, शाहकोट से हलका विधायक हरदेव सिंह लाडी शेरोवालिया, संत सुखजीत सिंह, सुरजीत सिंह शंटी, जरनैल सिंह गढ़दीवाला, सज्जन सिंह चीमा, रत्न सिंह काकड़ कला, हरजिंदर सिंह सीचेवाल आदि उपस्थित थे। इस मौके पर संगत को पौधों का प्रसाद भी दिया गया।

पानी बचाने के लिए किसानों को दी जाए सब्सिडी : सीचेवाल

इस मौके पर संत सीचेवाल ने कहा कि किसानों को पानी बचाने के लिए सब्सिडी दी जाए। 2022 के विधानसभा चुनाव में लोग वातावरण का मुद्दा बनाएं। लोग उसे वोट डालें जो हमारे बच्चों के लिए सा़फ सुथरा हवा और पानी दे। कोरोना की दूसरी लहर दौरान लोगों को बड़े महंगे भाव के आक्सीजन सिलेंडर खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस करके अधिक से अधिक वृक्ष लगाएं। खेती मामलों में अंतरराष्ट्रीय स्तर की विशेषज्ञता रखने वाले दविंदर शर्मा ने कहा कि पंजाब में पानी का बड़ा संकट खड़ा होता जा रहा है। एक किलो चावल पैदा करने के लिए पाच हजार लीटर पानी की आवश्यकता होती है। पंजाब को रेगिस्तान बनाने से बचाना है। दुनिया में ऐसी नीतियां बनाईं जा रही हैं जो कोई वातावरण को नुक्सान पहुंचाने वाली हैं। दुनिया में जो मौसम बदल रहा उस के साथ हमारा जन जीवन प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि हरित क्रांति के 50 सालों में चाहे देश का पेट भर दिया परन्तु इस ने किसान को बड़ा नुक्सान पहुंचाया। सुल्तानपुर लोधी के विधायक नवतेज सिंह चीमा ने कहा कि संत सीचेवाल की तरफ से पिछले 20 सालों से गई अथक प्रयास के कारण ही आज इसकी पहचान मिली है। किसान फब्वारे की बजाए पौधे लगाएं : संज जगजीत सिंह

संत जगजीत सिंह ने कहा कि पंजाब के खेतों में लगे 15 लाख फब्वारे लगाने की बजाए पांच-पांच पौधे भी किसानों की तरफ से लगाऐ जाएं तो 75 लाख पेड़ पंजाब की धरती को हरियाली से भर देंगे, जिससे बारिश भी अच्छी होगी और हवा भी शुद्ध हो जाएगी।

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