आशा वर्करों ने चेताया-मांगें पूरी न की तो संघर्ष करेंगी तेज
आशा वर्कर व फैसिलिटेटर यूनियन पंजाब के आह्वान पर जिला इकाई ने आशा वर्करों को पंजाब सरकार द्वारा बनता मेहनताना न देने के विरोध में रोष जाहिर किया।
संवाद सहयोगी, कपूरथला : आशा वर्कर व फैसिलिटेटर यूनियन पंजाब के आह्वान पर जिला इकाई ने आशा वर्करों को पंजाब सरकार द्वारा बनता मेहनताना न देने के विरोध में रोष जाहिर किया। इस दौरान यूनियन की महिला वर्करों ने डीसी कार्यालय के बाहर नारेबाजी की और पंजाब सरकार व स्वास्थ्य मंत्री पंजाब के नाम का डिप्टी कमिश्नर को मांगपत्र भी सौंपा। इससे पहले जिलाध्यक्ष बलविंदर सैदपुर ने बताया कि कोविड-19 की वैक्सीनेशन संबंधी काम कर रही आशा वर्करों और फैसिलिटेटरों को प्रति सेशन प्रति वर्कर/फैसिलिटेटर 200 रुपये दिए जाएं, कोविड-19 की वैक्सीनेशन सेशन के दौरान वैक्सीनेशन को लाने और वापस जमा करवा करवाने के लिए उनको इस काम के बदले हर दिन 300 रुपये टीए/डीए के तौर पर दिए जाएं, आशा वर्करों और फैसिलिटेटरों को कोविड-19 के पहले से मिल रहे सभी इंसेंटिव लगातार जारी रखे जाएं, आशा वर्करों को समर्थन वेतन के कानून अधीन ला कर प्रति महीना 10,855 रुपये और फैसिलिटेटरों को आंगनबाड़ी सुपरवाइजर का स्केल दिया जाए, आयुष्मान कार्ड बनाने की ड्यूटी के लिए प्रत्येक वर्कर को 20 रुपये प्रति कार्ड के हिसाब से दिए जाएं, आशा वर्करों से कोविड वैक्सीनेशन की रजिस्ट्रेशन करवानी और कोरोना टैस्ट सैंपलिग की ड्यूटी लेना बंद की जाए आदि मांगों को पूरा करने की अपील की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी उक्त मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो उन्हें मजबूरन संघर्ष का रास्ता अपनाना होगा। इस अवसर पर मनजीत कौर, हरबिन्दर कौर, कंचन, तजिंदर, गुरिंदर, सुखदेव कौर, जीत सिंह, बलविन्दर सैदपुर, सुखदेव कौर, गुरिंदरजीत आदि उपस्थित थे।