नर्सिग स्टाफ की हड़ताल से सिविल में बाधित रही सेहत सेवाएं
सिविल अस्पताल कपूरथला की स्टाफ नर्सो ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, कपूरथला : सिविल अस्पताल कपूरथला की स्टाफ नर्सो के अलावा नशा छुड़ाओ केंद्र, एएनएम, आशा वर्कर की हड़ताल मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। स्टाफ नर्सो की हड़ताल से सिविल अस्पताल में उपचार करवाने आए मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी। कपूरथला नर्सिंग एसोसिएशन की प्रधान दलजीत कौर ने कहा कि उनकी मुख्य मांगों में छठे वेतन आयोग में संशोधन किया जाए। नर्सों का रैंक बदला जाए तथा यूनीफार्म, ट्रांसपोर्ट व अन्य भत्ता दिया जाए। इसी प्रकार एएनएचएम, आशा वर्कर व कांट्रैक्ट कर्मियों ने मांग की कि उन्हें जब तक रेगूलर नहीं किया जाता तब तक हड़ताल जारी रहेगी। स्टाफ नर्सो की हड़ताल से सिविल अस्पताल में सेहत सेवा प्रभावित हो रही है। मरीजों की देखभाल ना होने से उन्हें परेशानी झेलनी पड़ रही है। सिविल अस्पताल में सिर्फ इमरजेंसी में ही मरीजों को दाखिल किया जा रहा है। अन्य मरीजों को या तो रेफर किया जा रहा है या उन्हें भर्ती नहीं किया जा रहा है। फार्मासिस्ट व ट्रेनर स्टाफ का एक स्वास्थ्य कर्मी दो से तीन वार्डो में डयूटी कर रहा है।
पेंडू मजदूर यूनियन ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपाो
संवाद सहयोगी, कपूरथला : बेघर बे-जमीन लोगों को चन्नी सरकार की ओर से पांच-पांच मरले के रिहायशी प्लाट अलाट करने व लाल लकीर में आते घरों के मालकी अधिकार देने के वादे पूरा न करने पर पेंडू मजदूर यूनियन पंजाब कपूरथला की ओर से डीसी दीप्ति उप्पल के नाम मांगपत्र एसडीएम जयइन्द्र सिंह को सौंपा।
एसडीएम ने मजदूर नेताओं की डीसी से जल्द ही बैठक करवा कर मांगों के हल के विश्वास दिलाया।
पेंडू मजदूर यूनियन पंजाब के प्रदेश नेता निर्मल सिंह शेरपुर, जिलाध्यक्ष अमरजीत सिंह ज्वालापुर, यूथ विग पेंडू मजदूर यूनियन के नेता गुरप्रीत सिंह चीदा ने कहा कि जिला प्रशासन के ध्यान में लाया कि जिले के गांवों में रिहायशी प्लांट अलाट नहीं किए गए और न ही लाल लकीर के मालकी के अधिकार दिए गए। मनरेगा के तहत मजदूरों को रोजगार नहीं दिया जा रहा है। तहत रोजगार दिया जा रहा है।
गांवों में ग्राम पंचायतों द्वारा ग्राम सभा के किए इजलास जिनमें बेघर मजदूरों की रिहायशी प्लांटों की चुनाव की गई, सांझी जगहों पर उसकी कापियां लगाई जाए। ग्राम सभाओं के इजलास न करने वाली पंचायतों के जिम्मेदार पंचायत विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। बेघर लोगों को रिहायशी प्लांट अलाट किए जाएं। आटा-दाल स्कीम तहत जरूरतमंदों के काटे नीले कार्ड जारी किया जाए। इस मौके चन्नी सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करके नारेबाजी की गई।