केंद्र सरकार पर फूटा किसानों का गुस्सा, आरसीएफ हाल्ट गेट पर चार घंटे दिया धरना Kapurthala news
केंद्र सरकार की ओर से लागू किए गए कृषि सुधार कानूनों के विरोध में रविवार को किसान मजदूर मुलाजिम संघर्ष कमेटी ने आरसीएफ हाल्ट गेट पर सुबह ग्यारह बजे से शाम तीन बजे तक धरना दिया। धरने में आरसीएफ इंप्लाइज यूनियन के सदस्य भी शामिल हुए।
कपूरथला, जेएनएन। केंद्र सरकार की ओर से लागू किए गए कृषि सुधार कानूनों के विरोध में रविवार को किसान मजदूर मुलाजिम संघर्ष कमेटी ने आरसीएफ हाल्ट गेट पर सुबह ग्यारह बजे से शाम तीन बजे तक धरना दिया। धरने में आरसीएफ इंप्लाइज यूनियन के सदस्य भी शामिल हुए तथा केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ रोष जताया। धरने में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन डकौंदा के मंजीत सिंह धनेर ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की जमीन छीन कर कारपोरेट घरानों को सौंपने करने की साजिश कर रही है। कृषि कानूनों के खिलाफ देश भर में आवाज उठाई जा रही जिससे केंद्र सरकार हिल चुकी है। किसानों का संघर्ष जीत की राह पर है।
उन्होंने कहा कि जब तक कृषि सुधार कानून को वापस नहीं लिया जाता किसानों का संघर्ष जारी रहेगा। इस मौके पर कश्मीर खुगशोर, सरवन सिंह बाउपुर, गुरमीत सिंह, तारी, रोशन खेड़ा आदि ने कहा कि किसानों के संघर्ष से यह साबित हो चुका है कि प्रदेश के लोग अभी भी जागरूक हैं। भारतीय किसान यूनियन उगराहां के मोहन सिंह बल ने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों का असर केवल किसानों पर ही नहीं बल्कि मजदूरों और कर्मचारियों पर भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि आरसीएफ इंप्लाइज यूनियन की तरफ से किसान मजदूर मुलाजिम संयुक्त संघर्ष की रखी नींव नया इतिहास रचेगी।
आरसीएफ एससी/एसटी इंप्लाइज एसोसिएशन, ओबीसी इंप्लाइज एसोसिएशन एवं अन्य रिजर्व इंप्लाइज एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि केंद्र सरकार जिस तरह सार्वजनिक क्षेत्रों का निजीकरण कर रही है ठीक उसी तरह किसानों का हक छीनकर कारपोरेट घराने को देना चाहती है। अगर मोदी सरकार को निजीकरण का इतना ही शौक है तो वह पार्लियामेंट का निजीकरण करें। धरने के दौरान मंच संचालन की भूमिका सुरजीत सिंह टिब्बा व तलविंदर सिंह ने निभाई।