डायरिया के मरीजों और मृतकों के परिवार को मिले मुआवाज
लोक इंसाफ पार्टी के कार्यकर्ताओं ने फगवाड़ा निगम कमिश्नर के खिलाफ प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, फगवाड़ा : शहर के मोहल्ला शिवपुरी व आसपास इलाके में दूषित पेयजल के चलते बीमार हुए मरीजों व पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिलवाने की मांग को मंगलवार को लेकर लोक इंसाफ पार्टी ने नगर निगम परिसर में धरना दिया गया और कमिश्नर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। दोपहर 12 बजे लोक इंसाफ पार्टी के दोआबा इंचार्ज जरनैल नंगल के नेतृत्व में पार्टी सदस्य व संक्रमित क्षेत्र के लोग निगम कमिशनर के दफ्तर के बाहर एकत्र हुए और मुआवजे व संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर धरना लगा दिया।
इस दौरान नंगल ने मांग की कि दूषित पेयजल की सप्लाई के चलते जिन लोगों की मौत हुई है उन्हें 10 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए। साथ ही मामले की जांच करवाई जाए तथा संबंधित कर्मचारियों व अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए। जो लोग डायरिया से पीड़ित हैं उन्हें इलाज में आर्थिक मदद की जाए। आधा घंटा धरना देने के बावजूद जब कमिश्नर कमरे से बाहर नहीं आए तो लोक इंसाफ पार्टी के नेता और कार्यकर्ता निगम कमिश्नर दफ्तर में घुस गए। इस दौरान बहसबाजी भी हुई। काफी देर बाद एडीसी कम कमिश्नर चरणदीप सिंह ने भरोसा दिया कि जिन लोगों की मौत हुई है उन्हें मुआवजा देने के लिए सरकार से सिफारिश की जाएगी और पूरे मामले की जांच के बाद बनती कार्रवाइ की जाएगी। इसके बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए। धरने में डा. सुखदेव चौकड़िया, जतिदर मोहन, बलबीर ठाकुर, बलराज बाऊ, ललित मदान, सनी धीमान, सचिन शर्मा, चरणजीत, शशि बंगड़, कुलविदर किदा, कुलदीप पंच, परमजीत दुगग व अन्य शामिल थे।