पावर कट से परेशान उद्योगपतियों का प्रदर्शन
संवाद सहयोगी, फगवाड़ा : प्रदेश में बिजली संकट के चलते पंजाब सरकार की ओर से उद्योगों के लिए सप्ताह म
संवाद सहयोगी, फगवाड़ा :
प्रदेश में बिजली संकट के चलते पंजाब सरकार की ओर से उद्योगों के लिए सप्ताह में चार दिन पावर कट लगाए जाने के आदेश जारी करने के आदेश से भड़के फगवाड़ा के उद्योगपतियों ने शुक्रवार को फगवाड़ा-जालंधर हाईवे पर स्थित शुगर मिल चौक में दो घंटे धरना दिया गया। धरने पर बैठे उद्योगपतियों ने पंजाब सरकार, इंडस्ट्री मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। एडीसी राजीव वर्मा धरना स्थल पर पहुंचे और उद्योगपतियों से बातचीत कर बिजली समस्या को जल्द सुलझा देने का आश्वासन दिया। उद्योगपतियों ने कहा कि अगर समस्या का समाधान न जल्द नही किया गया तो फगवाड़ा के सभी उद्योगपति नेशनल हाईवे पर अनिश्चितकालीन समय तक धरना देंगे और इसकी जिम्मेदारी पंजाब सरकार व प्रशासन की होगी।
उद्योगपति अशोक सेठी, मुखिदर सिंह, सुरिदर चावला, अनिल सिगला ने बताया कि पावरकाम की ओर से अघोषित कट लगाए जा रहे हैं। फगवाड़ा की इंडस्ट्री पूरी तरह से बंद पड़ी है। अघोषित कट चलते उन्हें आर्थिक नुकासान हो रहा है, जिसके चलते सभी इंडस्ट्रीज मालिक परेशान हैं। उन्होंने कहा कि समस्या को लेकर उनकी ओर से प्रशासन को ज्ञापन दिया गया। विधायक बलविदर सिंह धालीवाल को भी अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया जिसमें उन्होंने पावरक कट को लेकर अपनाई जा रही नीति पर फिर से विचार करने के बारे में कहा गया। उद्योगपति अशोक सेठी, मुखिदर सिंह, सुरिदर चावला, अनिल सिगला ने कहा कि समस्या हल न होने के कारण वीरवार को उद्योगपतियों ने विधायक धालीवाल के आवास के बाहर डेढ घंटे धरना दिया गया। उन्होंने कहा कि बिजली की सप्लाई बंद होने के चलते चार दिनों से इंडस्ट्री बंद पड़ी है और लेबर परेशान है। इस मौके पर उद्योगपति पंकज गौतम, सुदेश शर्मा, अनिल सिगला, अशोक गुप्ता, पुनित गुप्ता, गौरव हांडा, कुलवंत सिंह, परमिदर कुंद, गुलशन मनचंदा, कुलवंत सिंह, रघबीर सिंह, दिनेदश गोयल, नरिदर कौर, गुरपाल सिंह, अमोघ सोबती, पीके ओहरी, पंकज गौतम, पुनीत गुप्ता, मनदीप सिंह, दविदर गोयल, जतिदर कुंदी, सुबोद्ध सोबती, बलविदर सिंह, दीपक कोहली, ओम उप्पल, अजीत सिंह, राकेश गोयल, गिननी भल्ला, गौरव हांडा, चेतन गुप्ता, इंद्रपाल कंदी, संदीप गर्ग भी उपस्थित थे।
उद्योगपतियों की समस्या को लेकर सरकार गंभीर नहीं
उद्योगपति अशोक सेठी, मुखिदर सिंह, सुरिदर चावला, अनिल सिगला ने कहा कि कोरोना काल में उद्योग बंद रहने से उन्हें आर्थिक नुकसान हुआ है। अब जब कोरोना की पाबंदिया प्रदेश सरकार की ओर से हटा ली गई है ऐसे में उन्हें उद्योगों को चलाने में कुछ राहत दिखाई दे रही थी। मौजूदा हालात में पैदा हुए बिजली संकट ने फिर एक बार उद्योगों का कामकाज ठप कर दिया है।
उन्होंने कहा कि जिन औद्योगिक घरानों की ओर से सोलर पावर प्लांट लगाया गया है, उन्हें इसका इस्तेमाल करने की मंजूरी रद करना भी सरकार का फरमान गलत है। उद्योगपतियों ने इंडस्ट्री मंत्री सुंदर श्याम अरोड़ा पर फगवाड़ा के साथ पक्षपात किए जाने का आरोप भी लगाया और उद्योगपतियों के साथ बात करने से इंकार करना गलत बताया। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो वह सड़क जाम भी करेंगे जिसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी।