संविधान ने दिलाया समानता का अधिकार
डा. बीआर आंबेडकर सोसायटी ने रेल कोच फैक्ट्री में समारोह करवाया
जागरण संवाददाता, कपूरथला : बाबा साहेब डा. बीआर आंबेडकर सोसायटी रेल कोच फैक्ट्री, कपूरथला की ओर से वर्कर क्लब में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति समुदाय के मेधावी बच्चों को सम्मानित करने के लिए संविधान की 72वीं वर्षगांठ को समर्पित समारोह का आयोजन किया। समारोह की अध्यक्षता डिप्टी सीएमइ किशन सिंह, वरिष्ठ ईडीपीएम भरत सिंह, समाज सेवक एडवोकेट दलजीत सिंह सहोता एवं सोसाइटी के अध्यक्ष कृष्ण लाल जस्सल की तरफ से संयुक्त तौर पर की गई।
प्रधानगी मंडल की ओर से डा. आंबेडकर की तस्वीर पर पुष्प अर्पित करने के बाद बच्चों को संविधान के नियमों का पालन करने की शपथ एससी-एसटी एसोसिएशन के पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष पूर्ण सिंह की ओर से दिलाई गई।
सोसायटी के महासचिव धर्मपाल पैंथर ने कहा कि मेधावी बच्चों को समय-समय पर सोसायटी की ओर से सम्मानित किया जाता है। किशन सिंह ने बच्चों को शिक्षा और रोजगार में आने वाली कठिनाइयों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि हर इंसान को अलग-अलग चुनौतियों का सामना करना पड़ता है लेकिन जिद और जुनून रखने वाले को परिस्थितियों का परवाह नहीं करते। भरत सिंह ने कहा कि संविधान अंधविश्वासों के प्रचार-प्रसार पर रोक लगाता है लेकिन फिर भी देश में यह सब निर्बाध रूप से चल रहा है।
एडवोकेट दलजीत सिंह और सोसायटी के प्रचार सचिव निरवैर सिंह ने विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि संविधान की बदौलत आज देश के हर नागरिक को समान अवसर और वोट देने का अधिकार मिला है। यह हमारे देश के लिए दुर्भाग्य की बात है कि आजादी के 72 साल बाद भी इंसान की पहचान जाति के आधार पर होती है न कि योग्यता के आधार पर। आजादी से पहले सामाजिक और आर्थिक मानसिक पीड़ा से जूझ रहा एससी-एसटी समाज आज भी भुगत रहा है। देश की सरकार गरीबों के जीवन स्तर में सुधार के लिए नीतियां बनाई जाती हैं लेकिन इरादे स्पष्ट नहीं होते हैं। डा. सिमरनजीत कौर ने कहा कि बाबा साहेब ने हमे शिक्षित हो, संघर्ष करो और संगठित रहो का संदेश दिया था। संविधान की बदौलत आज देश में हर महिला को समान अवसर और सम्मान मिला है। सोसाइटी ने सात डाक्टरों, चार वकीलों, दो आइआइटी और आठ मेडिकल छात्रों को स्मृति चिन्ह और मिशनरी किताबों से सम्मानित किया।
सोसायटी के अध्यक्ष कृष्ण लाल जस्सल ने अधिकारियों और आर्थिक सहयोग करने वाले दानी सज्जनों का धन्यवाद किया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए वरिष्ठ उपाध्यक्ष संतोख राम जनगल, उपाध्यक्ष निर्मल सिंह, पूरन चंद बोध, करनैल सिंह बेला, आर के पाल, सोहन बैठा, ब्रहम पाल सिंह, टेक चंद, रघबीर चंद, अमरजीत सिंह मल्ल, कृष्ण सिंह, विजय कुमार, शिंदपाल, रविन्द्र कुमार, गुरुबख्श सलोह, धर्मवीर, जगतार सिंह, बद्री प्रसाद, तेज पाल सिंह बोध, तरूण कुमार, रोहित जनागल एवं नंद लाल आदि ने योगदान दिया।