संविधान अधिकारों के साथ फर्जो का पालन करने के लिए भी प्रेरित करता है : बाजवा
भारत का संविधान सभी देश के संविधानों से से उत्तम है क्योंकि यह सभी धर्मों और जातियों को एक लड़ी में पिरोकर सबको बराबर का रुतबा और अधिकार प्रदान करता है।
जागरण संवाददाता, कपूरथला : भारत का संविधान सभी देश के संविधानों से से उत्तम है क्योंकि यह सभी धर्मों और जातियों को एक लड़ी में पिरोकर सबको बराबर का रुतबा और अधिकार प्रदान करता है। इन विचारों का प्रकटावा उप मंडल मजिस्ट्रेट कपूरथला वरिदरपाल सिंह बाजवा ने बीरवार को डा. बीआर आंबेडकर भवन में 71वें संविधान दिवस के अवसर पर किया। यह समागम नेहरू युवा केंद्र कपूरथला युवा मामले और खेल मंत्रालय भारत सरकार की ओर से डा. आंबेडकर मिशन सोसायटी के सहयोग से मनाया गया।
बाजवा ने कहा कि भारतीय संविधान के निर्माण की पूरी जिम्मेदारी डा. बीआर आंबेडकर के कंधों पर थी, जिनके अथक प्रयासों से देश की आजादी के बाद 26 नवंबर 1949 को संविधान तैयार करके देश की संसद में पेश किया कि जोकि 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया।
उन्होने कहा कि भारतीय संविधान जहां हम सबको बराबर का अधिकार प्रदान करता है, वहीं हमें देश की तरक्की और खुशहाली के लिए फर्जों की पालना करने के लिए भी प्रेरित करता है, इसलिए हमें सबको अपने अधिकारों के साथ अपने फर्जों की भी तह दिल से पालन करना चाहिए।
इस अवसर पर जिला यूथ कोआर्डिनेटर स्वाति कुमार ने संविधान के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। इस अवसर पर सभी ने संविधान की पालना की शपथ ली। इस अवसर पर विशेष मेहमान के तौर पर जिला भलाई अधिकारी जसदेव सिंह पुरेवाल, युवा सेवाओं के डिप्टी डायरेक्टर प्रीत कोहली और ओरीटैली इंश्योरेंस कंपनी के डीएम मलकित सिंह नागल ने भी शिरकत की।
इसके इलावा सरकारी हाई स्कूल मनसूरवाल दोना के बच्चों ने संविधान पर कोरियोग्राफी पेश की गई। स्टेज सचिव की भूमिका सुनीता सिंह ने बखूबी निभाई। इस अवसर सुखविदर मोहन सिंह भाटिया, बलकार सिंह, नारायण सिंह, हरकीरत सिंह, एडवोकेट सूरमप्रीत सिंह संधू और नेहरू युवा केंद्र नेशनल यूथ वालंटियर सौरव, शरनजीत सिंह, विकास कुमार,अमरजीत सिंह उपस्थित थे।