कृषि विधेयकों के खिलाफ कांग्रेसियों ने निकाली ट्रैक्टर रैली

फगवाड़ा में कृषि विधेयकों के विरोध में ट्रैक्टर रैली निकाली गई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 02:00 AM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 02:00 AM (IST)
कृषि विधेयकों के खिलाफ कांग्रेसियों ने निकाली ट्रैक्टर रैली
कृषि विधेयकों के खिलाफ कांग्रेसियों ने निकाली ट्रैक्टर रैली

संवाद सहयोगी, फगवाड़ा : केंद्र सरकार की ओर से पारित किए गए कृषि विधेयकों को लेकर पंजाब के किसान रोष में है और इसे किसान विरोधी विधेयक बताकर सड़कों पर उतर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। पंजाब की कांग्रेस सरकार किसानों के हित में केंद्र सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर रही है और किसानों विरोधी विधेयकों को रद करने की मांग कर रही है। कृषि विधेयकों के विरोध की कड़ी के तहत शनिवार को विधायक राजकुमार चब्बेवाल की ओर से ट्रैक्टर रैली निकाली गई। इस रैली का विधायक बलविंदर सिंह धालीवाल (रिटायर्ड आइएएस) ने गाव रिहाणा जट्टा में स्वागत किया। उनके साथ ब्लाक समिति फगवाड़ा के चेयरमैन गुरदयाल सिंह भुल्लाराई, विनोद वरमानी, पूर्व पार्षद जतिंद्र वरमानी, मनीष प्रभाकर, साबी वालिया, जगजीत बिट्टू, सुखमिन्द्र सिंह रानीपुर आदि भी थे। इसके बाद रैली लुधियाना की ओर रवाना हो गई।

विधायक धालीवाल ने कहा कि किसानों की बर्बादी की ईबारत लिखने वालों में भाजपा सांसद व केंद्रीय मंत्री भी शामिल है। होशियारपुर लोकसभा हलके के किसानों ने उन्हें वोट डाल कर इसलिए संसद में भेजा था कि वे उनके अधिकारों की रक्षा करेंगे लेकिन केंद्रीय मंत्री ने अन्य भाजपा नेताओं की तरह ही पंजाब के किसानों के हितों को मोदी सरकार के पास गिरवी रख दिया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से इस्तीफे की माग भी की। इस अवसर पर हरसरूप सिंह रिहाणा जट्टा, पंडित राम सिंह जोशी, अमरीक सिंह सरपंच सीकरी, कुलदीप सिंह हरबंसपुर, हरदीप नरूड़, विक्की रानीपुर, जगजीवन खलवाड़ा, दलजीत नंबरदार मायोपट्टी, गभरू खुरमपुर, विजय भबियाणा, जोगिन्द्रपाल भबियाणा, बलजीत सिंह भुल्लाराई, परमिंद्र सिंह सनी साहनी, जसवीर काला साहनी, देसराज झम्मट सरपंच, जीत राम रानीपुर, सुखविन्द्र सिंह गुजराता आदि उपस्थित थे।

विधायक बलविंदर सिंह धालीवाल ने कहा कि जून में ऑर्डिनेंस आने पर शिअद अकाली दल के प्रधान व फिरोजपुर से सासद सुखबीर सिंह बादल व हरसिमरत कौर बादल ने इस किसानों के फायदेमंद बिल कहा। जब किसानों ने उनका विरोध किया गया तो अकाली दल के प्रधान ने विधानसभा में अपना बयान बदलते हुए इसका विरोध किया। धालीवाल ने अकाली दल पर तंज कसते हुए कहा कि किसानों के विरोध के बाद हरसिमरत कौर बादल द्वारा इस्तीफा देना पड़ा जिससे वह अंगुली काटकर शहीदी पाना चाहते हैं।

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