कंप्यूटर अध्यापकों की रैली आज
फगवाड़ा में कंप्यूटर अध्यापकों ने बैठक की।
संवाद सहयोगी, फगवाड़ा : सरकारी स्कूलों में कार्यरत लगभग सात हजार कंप्यूटर अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ अपने अधिकारों को लेकर कड़ा संघर्ष करने का फैसला किया है। इसी कड़ी के तहत कंप्यूटर अध्यापकों की ओर से रविवार को पटियाला में राज्य स्तरीय रैली का आयोजन किया जा रहा है। रैली की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए शुक्रवार को कंप्यूटर अध्यापकों की ओर से जिला स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया जिसमें प्रदेश अध्यक्ष परमवीर सिंह पम्मी, प्रदीप सिंह मलूका ने विशेष रूप से भाग लिया। कंप्यूटर अध्यापक नेताओं ने कहा कि वह पिछले एक दशक से अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं लेकिन उनके हाथ केवल झूठे वादे ही लगे हैं। नेताओं ने कहा कि रैली को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं तथा जिला स्तर पर कम्प्यूटर अध्यापकों की ड्यूटी लगा दी गई है। रैली में जहां कंप्यूटर अध्यापक अपने परिवारों के साथ भाग लेंगे और अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाएंगे। वहीं अन्य अध्यापक संगठनों ने भी उनके समर्थन की घोषणा की है। कंप्यूटर अध्यापकों का कहना है कि पंजाब सिविल सर्विस रूल्स के तहत एक जुलाई 2011 से उनकी सेवाओं को वोकेशनल मास्टर के ग्रेड के साथ रेगुलर किया गया था, लेकिन 10 साल बाद भी राज्य सरकार द्वारा उनके अधिकार बहाल नहीं किए गए। उन्होंने कहा कि उनकी एक ही मांग है कि उनको बिना शर्त शिक्षा विभाग में मर्ज किया जाए और उन्हें मिलने वाले सभी लाभ उन्हें दिए जाएं। नेताओं ने यह भी मांग की कि पिछले समय के दौरान किसी कारण भी से मरने वाले कंप्यूटर अध्यापकों के आश्रितों को वित्तीय सहायता के साथ साथ अनुकंपा के आधार पर नौकरी दी जाए। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती, तब तक उनका संघर्ष ऐसे ही जारी रहेगा। इस अवसर पर सरबजीत सिंह, राजदीप सिंह, सुखविदर सिंह, मनदीप सिंह, मनप्रीत सिंह, इंद्रजीत सिंह सहित बड़ी संख्या में कंप्यूटर अध्यापक मौजूद थे।