स्कालरशिप घोटाले की सीबीआइ जांच करवाए कैप्टन सरकार तरूण चुघ

भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री तरूण चुघ ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से स्कालरशिप घोटाले की सीबीआइ से जांच करवाने की मांग की है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 07:57 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 07:57 PM (IST)
स्कालरशिप घोटाले की सीबीआइ जांच करवाए कैप्टन सरकार तरूण चुघ
स्कालरशिप घोटाले की सीबीआइ जांच करवाए कैप्टन सरकार तरूण चुघ

संवाद सहयोगी, फगवाड़ा : भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री तरूण चुघ ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के असंवेदनशील व्यवहार से लाखों एससी विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में डालने का आरोप लगाते हुए कहा की कैप्टन सरकार पंजाब के एससी भाईचारे के छात्रों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। चुघ ने कहा की कैप्टन सरकार की ओर से एससी-एसटी छात्रों को पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप का पैसा न देने पर प्रदेश के 50 हजार एससी-एसटी विद्यार्थियों की डिग्रिया प्राइवेट कालेजों में गिरवी रखी हुई है। उन्होनें कहा की पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप का पैसा 2017 से बकाया है जो करीब 1850 करोड़ रुपये है। चुघ ने कहा की स्कालरशिप न मिलने के कारण हजारों अनुसुचित व पिछड़ी श्रेणी के छात्र शैक्षिक संस्थाओं से असहाय होकर अपनी शिक्षा छोड़ने पर मजबूर हो रहे हैं। कैप्टन सरकार सीबीआई से पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप घोटाले की जाच करवाए ताकि अनुसूचित जाति के हजारों विद्यार्थियों को न्याय मिल सके।

चुघ ने कहा की छात्रों की नान रिफंडेबल फीस, यूनिवर्सिटी फीस और 230 रुपये से लेकर 550 रुपये प्रति माह भत्ता देने का प्रावधान है जो कि नहीं दिया जा रहा है। इंजीनियरिंग सहित सभी कोर्सो की पढ़ाई के लिए स्कालरशिप ना मिलने पर कालेज प्रबंधकों ने एससी विद्यार्थियों की अगली पढ़ाई पर रोक लगा दी है जिससे पंजाब की 33 प्रतिशत आबादी के होनहार छात्र छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है।

चुघ ने आरोप लगाया कि काग्रेस सरकार राज्य के एससी-एसटी छात्रों के भविष्य के मार्ग में बाधा डालनी बंद करें एवं अनुसूचित जाति व पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों के सर्वागिण विकास को सुनिश्चित करे।

chat bot
आपका साथी