पवित्र नदी बेई में बूटी की बाढ़, बारिश में बरप सकता है कहर
विरासती जिले से गुजरती पवित्र नदी बेई इस समय बूटी से भरी पड़ी है।
हरनेक सिंह जैनपुरी, कपूरथला
विरासती जिले से गुजरती पवित्र नदी बेई इस समय बूटी से भरी पड़ी है, जिससे बरसात के दिनों में ओवरफ्लो होकर कहर बरपा सकती है।
नदी के जलखुम्भी बूटी से भरी होने की वजह से पानी का बहाव ठीक ढंग से नहीं हो पा रहा है। खास कर पुलों के आस-पास तो कई किलोमीटर तक बूटी ही बूटी दिखाई देती है, ऐसे में भारी बारिश की चेतावनी के बीच अगर ज्यादा बारिश हो गई तो यह बाढ़ का कारण भी बन सकती है।
जिला होशियारपुर के टेरकियाणा से आरंभ होकर हरिके पत्तन में सतलुज व ब्यास के संगम स्थल में मिलने वाली 165 किलोमीटर लंबी बेई की सफाई के लिए प्रशासन ने सारा साल कुछ नहीं करवाया, जिससे अधिकाश बेई बूटी से भरी पड़ी है, जबकि मौसम विभाग ने 27 से 29 जुलाई तक भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। ऐसे में बेई से आने वाली बाढ़ भारी तबाही मचा सकती है। काजली पिकनिक स्पाट पर भी कई किलोमीटर तक बूटी ही बूटी दिखाई देती है। इसके अलावा गांव प्रवेज नगर, दंदूपुर, हुसैनपुर, कडाला, दुर्गापुर, डडविडी, जैनपुर, शिकारपुर, कालेवाल, मीरे, हरनामपुर आदि गांवों तक कई कई किलोमीटर तक बेई में बूटी ही बूटी नजर आ रही है। सीवरेज का पानी गिरने से बढ़ रही गंदगी
इस संबंध में गांव परवेज नगर के किसान किशन सिंह, दुर्गापुर के मलकीत सिंह व परवेज नगर के जरनैल सिंह का कहना है कि सरकार की तरफ से बेई की सफाई की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया, जबकि कागजों में बाढ़ से निपटने के लिए लाखों रुपये खर्च कर दिए जाते है और धरातल पर कुछ भी नहीं होता है। उन्होंने बताया कि संत बलबीर सिंह सीचेवाल की तरफ से कई बार बूटी निकालने का काम किया गया है, लेकिन प्रशासन इस दिशा में कभी कुछ नहीं करता है। कपूरथला के अलावा आरसीएफ के बाहर स्थित कई कालोनियों के अतरिक्त डोगरावाल, ढडि़या, चार चक्क, नानक पुर आदि गांवों के सीवरेज का पानी भी इसी में गिरता है। जिम्मेदार अफसरों पर हो कार्रवाई : सीचेवाल
पर्यावरण प्रेमी संत बलबीर सिंह सीचेवाल का कहना है कि एनजीटी की तरफ से जुर्माना लगाने के बावजूद ट्रीटमेंट प्लाट को ठीक नहीं करना बहुत बड़ी लापरवाही है। जिम्मेदार अफसरों पर अपराधिक मामले दर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बेई में इस समय ताजा पानी भी नही आ रहा है। दूषित पानी का स्तर बढ़ने से बेई बूटी से भरी पड़ी है।