स्कूल खुले, दोस्तों से मिलकर बच्चों के चेहरे खिले
लंबे समय बाद जिले में प्राइवेट व सरकारी स्कूल खुले तो उत्सुकता में पहुंचे स्कूल।
संवाद सहयोगी, कपूरथला : लंबे समय बाद जिले में प्राइवेट व सरकारी स्कूल खुले तो उत्सुकता में काफी छात्र समय से पहले ही पहुंच गए। लंबे समय बाद स्कूल खुलने के कारण सोमवार को बच्चों ने यूनिफार्म को चकाचक करके पहनी हुई थी। मगर बच्चों की उपस्थिति उतनी नहीं रही, जितनी होने चाहिए थी। जिले में दस प्रतिशत बच्चे ही स्कूल पहुंचे। स्कूलों में बच्चों को दो गज की दूरी पर बैठाया गया। कई स्कूलों में बच्चों को खाने के लिए भोजन भी बना, जहां पर बच्चों की उपस्थिति कम थी, वहां पर भोजन नहीं बनाया गया। सोमवार को स्कूल खुलने पर प्रशासन की गाइडलाइन का विधिवत ध्यान रखा गया। वहीं स्कूलों में बच्चों ने प्रार्थना के साथ दिन की शुरुआत की।
जेके पब्लिक स्कूल के मैनेजिग डायरेक्टर प्रदीप शर्मा से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि 10 प्रतिशत बच्चे ही पहले दिन स्कूल पहुंचे है। सरकार की गाइडलाइन के अनुसार जो बच्चे नहीं आना चाहते उनको घर पर ही आनलाइन पढ़ाया जा रहा है। जो बच्चे पढ़ने के लिए आना चाहते है उनके माता-पिता की परमिशन के लिए फार्म भरने के बाद ही उनकों स्कूल आने के लिए कहा गया।
आनंद पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल अरविदर सिंह सेखों ने कहा कि सभी बच्चों को मैसेज द्वारा सूचित कर दिया गया है। एक-दो दिन में स्कूल में पूरे बच्चों के आने की संभावना है। आज स्कूल में बच्चे काफी खुश दिखे और अपनी अध्यापिकाओं को ऐसे मिले जैसे कई वर्षों से बिछड़े हुए थे।
पहली कक्षा की छात्रा आदिविका जो कि ओलीवर पब्लिक स्कूल में देर बाद खुले स्कूल में खुशी-खुशी स्कूल के गेट के अंदर जब अपनी क्लासमेट व टीचर्स से मिली तो उसकी मुस्कान देखने लायक थी और जब उससे बातचीत की गई तो उसने बड़े ही प्यार से कहा कि कोरोना समय में जो मुश्किलें हमने घर में रहकर देखी है अब शुक्र है। भगवान का कि हमारे स्कूल खुले हैं और हम पढ़ने के लिए आए है।