कहर बरपा रहा डेंगू, अब तक 484 मरीज मिले
जिले में डेंगू के मरीजों की तादाद बढ़ रही है।
नरेश कद, कपूरथला
जिले में डेंगू के मरीजों की तादाद बढ़ रही है। रविवार को जिले में डेंगू के 32 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। कपूरथला में 13 और भुलत्थ में 18 डेंगू के मरीज मिले हैं। रविवार तक जिले में डेंगू के 484 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। कपूरथला सिविल अस्पताल में उपचार के उचित प्रबंध नहीं अधूरे हैं। मरीजों को निजी अस्पतालों में रेफर किया जा रहा है। सिविल अस्पताल में दो प्लेटलैट्स मशीन है जिनमें से एक खराब है। सिविल अस्पताल के डाक्टर डेंगू के गंभीर मरीजों को दूसरे अस्पतालों में रेफर कर रहे हैं।
बताते चलें कि सिविल अस्पताल को 550वें प्रकाश पर्व पर वेंटीलेटर उपलब्ध करवाई गई थी और आइसोलेशन वार्ड भी बनाया गया था। डाक्टर की कमी होने के चलते सिविल अस्पताल से वेंटीलेटर मशीन को चंडीगढ़ मंगवा लिया गया। करोड़ों रुपये की लागत से निर्मित आइसोलेशन वार्ड खाली पड़ा हुआ है।
डेंगू वार्ड में मरीजों को नहीं किया जा रहा दाखिल
सिविल अस्पताल के 12 बैड वाले डेंगू वार्ड में मरीजों को दाखिल नहीं किया जा रहा है। डेंगू के मरीजों को घरों में रहकर ही इलाज करवाने कि हिदायतें दी जा रही है। मरीज निजी अस्पतालों में अपना उपचार करवा रहे हैं।
अस्पताल में प्लेटलेट्स मशीन उपलब्ध नहीं
सिविल अस्पताल में प्लेटलेट्स स्टोर करने के लिए मशीन उपलब्ध नहीं है। इसी वजह से मरीज यहां पर इलाज करवाने का जोखिम नहीं उठा रहा है। सिविल अस्पताल के डाक्टर भी सुविधा न होने की वजह से मरीजों को रेफर कर देते हैं।
डेंगू की रोकथाम के लिए विभाग का करें सहयोग-एसएमओ
सिविल अस्पताल के एसएमओ डा. संदीप धवन का कहना है कि डेंगू की रोकथाम के लिए विभाग की ओर से जागरूकता वैन चलाई गई है। सेहत विभाग की ओर से टीमें गठित की गई है। टीम के सदस्य घर-घर जाकर लोगों को डेंगू से बचाव की जानकारी दे रहे हैं तथा लारवा को नष्ट कर रहे हैं। डेंगू की रोकथाम के लिए लोग सिविल अस्पताल व प्रशासन का सहयोग करें।
ऐसे करें बचाव
डेंगू का मच्छर साफ पानी में पैदा होता है। अपने घर तथा आसपास पानी जमा न होने दें। रात के समय मच्छरदानी का उपयोग करें तथा पूरी बाजू के कपड़े पहनें। बुखार, बदन दर्द की शिकायत होने पर नजदीकी सेहत केंद्र में जाकर डाक्टर से परामर्श लेकर उपचार शुरू करवाएं।