जालंधर कैंट स्टेशन पर किसानों ने पटरी पर लगाया धरना, यूथ कांग्रेस ने निकाली ट्रैक्टर रैली

यूथ कांग्रेस जालंधर शहरी के प्रधान अंगद दत्ता के नेतृत्व में यूथ कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और आरोप लगाया कि कृषि विधेयक किसानों को बर्बाद करने की साजिश है। कांग्रेस ने कहा कि कारोबारी घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए ही काम कर रही है।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 02:14 PM (IST) Updated:Sat, 26 Sep 2020 03:04 PM (IST)
जालंधर कैंट स्टेशन पर किसानों ने पटरी पर लगाया धरना, यूथ कांग्रेस ने निकाली ट्रैक्टर रैली
जालंधर कैंट स्टेशन में पटरियों पर धरना लगाकर बैठे किसान। (फोटोः दैनिक जागरण)

जालंधर, जेएनएन। कृषि विधेयक के खिलाफ धरने प्रदर्शन का दौर शनिवार को भी जारी है। जालंधर कैंट स्टेशन पर जहां किसानों ने पटरी पर धरना लगा दिया, वहीं यूथ कांग्रेस ने भी किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर रैली निकाली और प्रधानमंत्री का पुतला फूंका। जालंधर कैंट स्टेशन में लगाए धरने में किसान मैट बिछाकर पटरियों पर बैठ गए। किसानों का कहना है कि कृषि विधेयक को लेकर जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाती, उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।

धरने में शाहकोट से आए यूनियन के गुरमेल सिंह ने कहा कि कृषि से जुड़े जो तीन विधेयक आए हैं, उससे खेतीबाड़ी का ढ़ांचा पूरी तरह से खराब हो जाएगा। खेतीबाड़ी का नियंत्रण बड़े घरानों के हाथों में चला जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब की नौजवान पीढ़ी पहले ही विदेशों की तरफ जा रही है, अब पंजाब में जो किसानी बची है वह इस विधेयक के कारण बर्बाद हो जाएगी। उन्होंने कहा कि मंडीकरण के लिहाज से किसानों के पास सिर्फ गेहूं और धान की फसल बची है, बाकी सारी फसलें सरकार पहले ही मंडीकरण व्यवस्था से किसानों से छीन चुकी है। उन्होंने कहा कि अब नौजवान भी जाग गए हैं कि अगर वह अब संघर्ष नहीं करेंगे तो उनकी भविष्य की पीढ़ियां तबाह हो जाएंगे


जालंधर कैंट स्टेशन में धरने के दौरान पटरियों पर बैठे किसान। (फोटोः दैनिक जागरण)

किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सरवण सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार मार्केट कमेटियों को बर्बाद कर रही है। इससे 4000 करोड़ सालाना बर्बाद होंगे। 71000 किलोमीटर सड़कें खराब हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि हमने कृषि विधेयक पढ़े हैं। यह आरोप गलत लगाए जा रहे हैं कि किसी को इसके बारे में जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि कृषि विधेयक से होने वाले नुकसान के बारे में बच्चे बच्चे को पता चल चुका है।

किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के जालंधर के जिला प्रधान सलविंदर सिंह जाणिया ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार विधेयकों को रद नहीं करती, तब तक उनके धरने लगातार चलते रहेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि चाहे अकाली दल हो या कांग्रेस, यह सभी केंद्र के प्रकार से मिले हुए हैं और विधेयक में उन्होंने भी हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने कहा कि विधेयक लागू होने के बाद बड़े घराने मनमर्जी से रेट तय कर फसलों की खरीद करेंगे, जिससे किसानों को बहुत नुकसान होगा

किसानों के समर्थन में यूथ कांग्रेस ने निकाली ट्रैक्टर रैली

उधर, यूथ कांग्रेस ने शनिवार को शहर में किसानों के हक में ट्रैक्टर रैली निकाली। यूथ कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला भी फूंका। यूथ कांग्रेस जालंधर शहरी के प्रधान अंगद दत्ता के नेतृत्व में यूथ कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और आरोप लगाया कि कृषि विधेयक किसानों को बर्बाद करने की साजिश है।

 

प्रधानमंत्री मोदी का पुतला फूंकते यूथ कांग्रेस के नेता व कर्यकर्ता।

अंगद दत्ता ने कहा कि केंद्र सरकार कुछ खास कारोबारी घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए ही काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में कारोबारियों का प्रवेश खतरनाक साबित होगा।

कृषि विधेयक के खिलाफ निकाली रैली के दौरान यूथ कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ता।

यूथ नेता जगदीप सिंह सोनू रणदीप संधू ने कहा कि किसानों को उनकी फसल का पूरा मूल्य नहीं मिलेगा। जहां-जहां ऐसे कानून बने हैं, वहां किसान की दुर्दशा हुई है। उन्होंने कहा कि किसानों की जमीन पर कॉरपोरेट सेक्टर का अधिकार हो जाएगा और किसान गुलामी करने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि कृषि विधेयक किसी भी तरह से मान्य नहीं है और इसे वापस लेना ही होगा।

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