जहरीली शराब मामले में यूथ अकाली दल ने घेरा विधायक सिक्की का घर, पुलिस से धक्का-मुक्की
यूथ अकाली दल के धरने को देखते हुए पुलिस ने लंबा पिंड-जंडू सिंगा रोड पर सुरक्षा कड़ी कर दी और बैरिकेडिंग कर अकाली कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की जिस दौरान धक्का-मुक्की भी हुई।
जालंधर, जेएनएन। पंजाब के तीन जिलों, अमृतसर तरनतारन और गुरदासपुर में जहरीली शराब से सवा 100 से ज्यादा लोगों की मौत राजनीति गर्म है। यूथ अकाली दल ने इसके लिए कांग्रेसी विधायक रमनजीत सिंह सिक्की को दोषी ठहराते हुए बुधवार को उनके जालंधर स्थित घर का घेराव किया। यूथ अकाली दल के राष्ट्रीय प्रधान परमबंस बंटी रोमाना और सेक्रेटरी जनरल सरबजोत सिंह साबी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने लम्मा पिंड जंडू सिंगा रोड पर तरनतारन जिला के विधानसभा हलका खड़ूर साहब से विधायक रमनजीत सिंह सिक्की के घर का घेराव किया।
विपक्ष का आरोप है कि तरनतारन में जहरीली शराब बेचने वालों को विधायक रमनजीत सिंह सिक्की का संरक्षण प्राप्त था। वह उन सभी पर पुलिस कार्रवाई नहीं होने दे रहे थे। यूथ अकाली दल के धरने को देखते हुए पुलिस ने लंबा पिंड-जंडू सिंगा रोड पर सुरक्षा कड़ी कर दी और बैरिकेडिंग कर अकाली कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की। इससे यूथ अकाली दल और पुलिस में धक्का-मुक्की भी हुई और बंटी रोमाना की पुलिस अफसरों के साथ तीखी बहस हुई।
प्रधान बंटी रोमाना ने कहा कि कांग्रेसी राज में जहरीली शराब से 125 से ज्यादा मोतें हो गई हैं। अभी तक किसी भी जिम्मेदार को पकड़ा नहीं गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस पूरे शर्मनाक कांड में कांग्रेस के सीनियर नेता शामिल हैं और उन्हें बचाने के लिए कैप्टन सरकार डटी हुई है। बंटी रोमाणा ने मांग की है कि जो लोग जहरीली शराब से मौत का शिकार बने हैं, उनके परिवारों को 25-25 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए, क्योंकि यह दुर्घटना नहीं बल्कि हत्या है। उन्होंने यह भी कहा कि इस पूरे मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए।
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