सोढल मेला: सिर्फ सात झूले सुरक्षित, 13 के पास नहीं है सेफ्टी क्लीयरेंस Jalandhar News

सोढल मेले के दौरान बुधवार देर रात को एक झूला टूटने से हुए हादसे के बाद नगर निगम और पुलिस प्रशासन की लापरवाही भी सामने आने लगी है।

By Edited By: Publish:Thu, 12 Sep 2019 09:42 PM (IST) Updated:Fri, 13 Sep 2019 09:43 AM (IST)
सोढल मेला: सिर्फ सात झूले सुरक्षित, 13 के पास नहीं है सेफ्टी क्लीयरेंस Jalandhar News
सोढल मेला: सिर्फ सात झूले सुरक्षित, 13 के पास नहीं है सेफ्टी क्लीयरेंस Jalandhar News

जालंधर, जेएनएन। सोढल मेले के दौरान बुधवार देर रात को एक झूला टूटने से हुए हादसे के बाद नगर निगम और पुलिस प्रशासन की लापरवाही भी सामने आने लगी है। उक्त हादसे में तीन बच्चों और एक व्यक्ति समेत चार लोग मामूली जख्मी हुए थे, लेकिन इसके बावजूद बिना मंजूरी के मेले में झूलों का चलना जारी था।

जागरण ने जब नगर निगम से झूलों को मंजूरी के बारे में जानकारी हासिल की तो पता चला कि निगम ने मेले में लगे 20 झूलों में से मात्र सात झूलों के मालिकों को ही सुरक्षा की मंजूरी दी है और शेष झूले बिना मंजूरी के ही चल रहे हैं। ऐसे में अगर कोई हादसा होता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। इसका कोई जवाब किसी के पास नहीं है। निगम के तहबाजारी शाखा के सुपरिंटेंडेंट मंदीप सिंह ने कहा कि सात झूलों को उन्होंने सेफ्टी क्लीयरेंस दिया है। इसके अलावा और कितने झूले वहां बिना इजाजत के चल रहे उस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं। उन्होंने कहा कि हमारा काम सिर्फ सेफ्टी क्लियरेंस देना या न देना होता है। अगर ऐसे झूले लगे हैं यह देखना पुलिस प्रशासन का काम है।

वहीं शहरी पुलिस के जोन वन की एडीसीपी सुडरविली ने कहा कि निगम व संबंधित विभाग की ओर से उक्त इलाके में लगे झूलों को क्लीयरेंस देने के बाद उन्होंने झूलों को लगाने की इजाजत दी है। अगर कोई झूला बिना क्लियरेंस का लगा हुआ है तो पुलिस उसके मालिक या ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करेगी। लेकिन यह कार्रवाई कब होगी इसका जवाब किसी के पास नहीं है।

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

chat bot
आपका साथी