Jalandhar Weather Update: जालंधर में अगले तीन दिन तक मौसम साफ रहेगा, शनिवार को बारशि की संभावना

जालंधर में अगले तीन दिन तक मौसम साफ रहेगा। वहीं शनिवार को बादल छाए रहने के साथ बारिश होने की संभावना है। ऐसा मौसम विभाग का अनुमान है। बुधवार को अधिकतम तापमान 32 न्यूनतम 18 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जा सकता है।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 08:13 AM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 08:13 AM (IST)
Jalandhar Weather Update: जालंधर में अगले तीन दिन तक मौसम साफ रहेगा, शनिवार को बारशि की संभावना
Jalandhar Weather Update जालंधर में अगले तीन दिन तक मौसम साफ रहेगा।

जागरण संवाददाता, जालंधर। जालंधर में मौसम का मिजाज बदलने के बाद बुधवार को आसमान साफ रहेगा। तीन दिन बाद मौसम का मिजाज बदलेगा। ऐसा मौसम विभाग का अनुमान है। बुधवार को अधिकतम तापमान 32 न्यूनतम 18 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जा सकता है। मौसम विभाग की मानें तो शुक्रवार तक मौसम साफ रहेगा। शनिवार को आसमान में बादल छाए रहने के साथ बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। इससे दिन और रात को ठंड बढ़ने के आसार है।

पिछले सप्ताह के अंत में आसमान में बादल छाए रहने, तेज हवाएं चलने तथा हल्की बूंदाबांदी के बाद अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई थी। बताया जा रहा है कि इतना कम तापमान नवंबर माह के अंत में होता है, जो इस बार अक्टूबर में ही हो गया। लेकिन दिन ढलने के बाद फिर से मौसम में ठंडक महसूस की गई। इस बारे में मौसम विशेषज्ञ डा. दलजीत सिंह बताते हैं कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम तथा तापमान में लगातार परिवर्तन हो रहा है। उन्होंने कहा कि बुधवार तथा इसके बाद रोजाना धूप खिली रहने की संभावना प्रबल है। सप्ताह के अंत में मौसम में बदलाव आने की संभावना है।

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पंजाब में बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाना गलत : डा. सिंह

भोगपुर : किसी भी देश की सरहद पर वहां की फौज का एरिया हमेशा इसलिए सीमित क्षेत्र तक रखा होता है, ताकि उस सीमित क्षेत्र तक फौज की हर पल नजर बनी रहे। केंद्र सरकार ने आधे पंजाब को केन्द्र का गुलाम बनाने की चाल के तहत 15 किमी के बजाये 50 किमी तक बीएसएफ को निगरानी का अधिकार देकर जहां पाक सरहद को कमजोर करने की कोशिश की है, वहीं इस फैसले से पंजाब के संघीय ढांचे पर सीधा हमला है। उक्त बातें गन्ना माहिर व प्रसिद्ध अर्थशास्त्री डा. गुरइकबाल सिंह काहलों ने कही। डा. काहलों ने कहा कि इस फैसले से स्पष्ट है कि किसानी आंदोलन की रंजिश के तहत पंजाब के अधिकार अपने हाथों में लेने के लिए केंद्र ने बार्डर सुरक्षा की आड़ में घटिया चाल खेली है।

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