Weather Update Jalandhar : जालंधर में सुबह व रात को ठिठुरन बढ़ी, सप्ताह के अंत में 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचेगा तापमान

जालंधर में रात व दिन को ठंड बढ़ने लगी है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में ठिठुरन बढ़ने की संभावना है। पहाड़ों में शुरू हुई बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में पड़ने लगा है। तापमान में गिरावट डेंगू के डंक पर भी वार करेगी।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Mon, 15 Nov 2021 08:37 AM (IST) Updated:Mon, 15 Nov 2021 08:37 AM (IST)
Weather Update Jalandhar : जालंधर में सुबह व रात को ठिठुरन बढ़ी, सप्ताह के अंत में 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचेगा तापमान
जालंधर में सुबह व रात को ठंड बढ़ने लगी है।

जागरण संवाददाता, जालंधर। जालंधर में ठिठुरन सुबह और रात को तेजी से बढ़ने लगी है आने वाले कुछ दिनों में तापमान गिरेगा और डेंगू मरेगा। सप्ताह के अंत में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में ठिठुरन बढ़ने की संभावना है। पहाड़ों में शुरू हुई बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में पड़ने लगा है। तापमान में गिरावट डेंगू के डंक पर भी वार करेगी। सोमवार को अधिकतम तापमान 26 तथा न्यूनतम 9 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज होगा। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले एक सप्ताह में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। इसकी वजह से खुले आसमान के नीचे डेंगू के पनपने का चांस खत्म हो जाता है। अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है।

मौसम विशेषज्ञ डा. विनीत शर्मा बताते है कि पश्चिम विक्षोभ के चलते तापमान का पारा गड़बड़ा रहा है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में अंतर ज्यादा है। इसकी वजह से दोपहर को मौसम में गर्माहट तथा तड़के और रात को ठंड लगातार बढ़ रही है। आने वाले एक सप्ताह तक मौसम इसी तरह रहेगा। न्यूनतम तापमान 9 तथा अधिकतम 25 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जाएगा।

सेहत विभाग के एपीडिमोलाजिस्ट डा. अदित्य पाल सिंह की माने तो डेंगू का मच्छर 12-14 डिग्री तापमान पर सुस्त पड़ जाता है। यह लोगों पर हमला करने के लिए सक्षम नही रहती है। डेंगू खुद अपनी सुरक्षा के लिए अनुकूल तापमान वाले इलाके ढूंढने लगता है। इसकी वजह से घरों के अंदर कमरों में तापमान पर डेंगू सांसे भर सकता है। डेंगू के नए मच्छर पनपने से राहत मिलेगी परंतु पुराने मच्छरों से सचेत रहने की जरूरत है। डेंगू घरों में पर्दों के पीछे , ट्यूब लाइट तथा डाउन सीलिंग में छिप जाता है। इसके लिए लोगों को कीटनाशक का छिड़काव करना चाहिए, ताकि इनका खात्मा हो सके।

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