पानी की गुणवत्ता परखेगी मशीन लर्निग, एलपीयू के वैज्ञानिकों ने करवाया पेटेंट
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी ने मशीन लर्निग (एमएल) का पेटेंट करवाया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी ने मशीन लर्निग (एमएल) का पेटेंट करवाया है। इस मशीन के माध्यम से पानी की गुणवत्ता को परखा जा सकता है।
एलपीयू की रिसर्च और इनोवेशन टीम में शामिल कार्यकारी डीन प्रो धर्म बुद्धी, सहायक डीन डा. रुनझुन टंडन और डा. संदीप बंसल ने बताया कि पानी की गुणवत्ता में मापदंडों का सटीक विश्लेषण मशीन लर्निग करती है। इसका उपयोग विभिन्न वातावरण और स्थितियों में किया जा सकता है। एलपीयू के वैज्ञानिकों ने मशीन लर्निग का उपयोग करते हुए जल गुणवत्ता पैरामीटर निगरानी का एक नवीनतम तरीका इस्तेमाल किया। उनका कहना है कि पानी की गुणवत्ता के मापदंडों में रासायनिक, भौतिक और जैविक गुण शामिल हैं। इनोवेटिव तकनीक के माध्यम से वैज्ञानिकों ने समाज की जरूरतों के अनुसार पानी की गुणवत्ता निर्धारित करने के लिए कई प्रकार के गुणों को मापा है। इनमें तापमान, अम्लता, कण पदार्थ, घुलित आक्सीजन आदि शामिल हैं। एलपीयू के चांसलर अशोक मित्तल ने कहा कि अनुसंधान और विकास विभाग की टीम के प्रयासों ने मशीन लर्रि्नग को पेटेंट करवाया गया है। एलपीयू विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान कर रही है। इसकी रिसर्च फार्मास्युटिकल, मेडिकल, कंप्यूटर टेक्नोलाजी, स्वच्छ ऊर्जा, पर्यावरण आदि में समाज उन्मुख परियोजनाओं पर केंद्रित है।