हाईवे की वाटर लॉगिंग बनी छावनी क्षेत्र के लिए खतरा, गिर सकती है बाउंड्री वॉल
बरसात के मौसम में लगातार पानी खड़ा रहने के चलते अब छावनी क्षेत्र की बाउंड्री वॉल के नीचे जगह जगह पर मिट्टी निकली हुई देखी जा सकती है।
जालंधर, [मनुपाल शर्मा]। जालंधर पानीपत सिक्स लेन हाईवे पर होने वाली वाटर लॉगिंग अब जालंधर छावनी क्षेत्र की बाउंड्री वॉल के लिए भी खतरा बनती दिखाई दे रही है। पीएपी चौक से लेकर रामा मंडी और फिर दकोहा तक बरसाती पानी की निकासी की पर्याप्त व्यवस्था न होने के चलते छावनी क्षेत्र की बाउंड्री वॉल के साथ लगते इलाके में जलभराव हो रहा है, जो बाउंड्री वॉल के नीचे की मिट्टी को भी निकाल रहा है।
बरसात के मौसम में लगातार पानी खड़ा रहने के चलते अब छावनी क्षेत्र की बाउंड्री वॉल के नीचे जगह जगह पर मिट्टी निकली हुई देखी जा सकती है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) की तरफ से जब छावनी क्षेत्र की जमीन हाईवे को सिक्स लेन बनाने के लिए अधिग्रहित की गई थी तो छावनी क्षेत्र की बाउंड्री वॉल को फिर से बना कर दिया गया था।
बीते लगभग तीन वर्ष से लगातार बरसात का पानी इसी बाउंड्री वॉल के साथ खड़ा हो रहा है, जो अब बाउंड्री वॉल के लिए ही खतरा बनता दिखाई दे रहा है। हालाकी एनएचएआई के जालंधर प्रोजेक्ट डायरेक्टर कार्यालय की तरफ से पीएपी चौक से लेकर रामा मंडी तक के क्षेत्र को चौड़ा बनाने के लिए एक निजी कंपनी को अनुबंधित कर लिया गया है। कंपनी की तरफ से काम शुरू भी कर दिया गया है, लेकिन पानी की निकासी अभी भी नजरअंदाज ही है। हालात यह हैं कि एनएचएआई का जालंधर प्रोजेक्ट डायरेक्टर कार्यालय काम निजी कंपनी को सौंप कर बैठ गया है और रोजाना हजारों लोगों की परेशानी का सबब बन रही वाटर लॉगिंग की समस्या को लेकर कोई कवायद नहीं की जा रही है। प्रोजेक्ट ट्रैक्टर कार्यालय इस समस्या को लेकर अब कोई जवाब भी देने से कतरा रहा है और निजी कंपनी को आए तो अभी 4 दिन भी नहीं हुए हैं।
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