हरजिंदर सिंह धामी बने SGPC के नए प्रधान, करनैल सिंह पंजौली चुने गए महासचिव

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रधान पद का आज चुनाव हो गया है। हरजिंदर सिंह धामी एसजीपीसी के प्रधान होगें। उन्होंने प्रतिद्वंद्वी मिट्ठू सिंह को मात दी। इसके अलावा रघुवीर सिंह विर्क वरिष्ठ उपाध्यक्ष चुने गए हैं ।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 02:05 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 07:44 PM (IST)
हरजिंदर सिंह धामी बने SGPC के नए प्रधान, करनैल सिंह पंजौली चुने गए महासचिव
एसजीपीसी प्रधान पद के चुनाव के लिए पहुंचे जत्थेदार। जागरण

जागरण संवाददाता, अमृतसर। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष और कार्यकारिणी कमेटी के चुनाव को लेकर हुए हंगामे के बाद करवाए गए मतदान में एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी 122 वोट लेकर एसजीपीसी के 44वें अध्यक्ष चुने गए। उनके अलावा करनैल सिंह पंजौली 112 वोट हासिल कर महासचिव चुने गए, जबकि अन्य पदों व कार्यकारिणी का चुनाव सर्वसम्मति से किया गया।

बीबी जगीर कौर ने हाउस की अध्यक्षता की तो हरजिंदर सिंह धामी ने एजेंडा पेश किया। सुरजीत सिंह भिट्टेवड्ड ने हरजिंदर सिंह धामी का नाम अध्यक्ष पद और दलबीर सिंह ने करनैल सिंह पंजौली का नाम महासचिव पद के लिए पेश किया तो विपक्ष ने इस पर एतराज जताते हुए मतदान की मांग की। इसके बाद हुए मतदान में 142 सदस्यों ने मताधिकार का प्रयोग किया। एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी 122 वोट लेकर विजयी रहे, जबकि उनके प्रतिद्वंदी मिट्ठू सिंह काहने को 19 वोट मिले। करनैल सिंह पंजौली ने 112 वोट हासिल कर गुरप्रीत सिंह रंधावा हराया। रंधावा को 21 वोट मिले।

बाद में हरियाणा से एसजीपीसी सदस्य रघुजीत सिहं विर्क को वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रिंसिपल सुरिंदर सिंह को जूनियर उपाध्यक्ष चुना गया। इसके साथ ही सुरजीत सिंह कंग, सरवन सिंह कुलार, सुरजीत सिंह गढ़ी, जरनैल सिंह डोगरांवाल, बलविंदर सिंह वेंईपुंई, हरजाप सिंह सुल्तानविंड, गुरिंदर सिंह भाटिया, अमरजीत सिंह बंडाला, गुरप्रीत कौर, जोध सिंह समारा और विपक्ष के सदस्य गुरप्रीत सिंह रंधावा को कार्यकारिणी में शामिल किया गया।कार्यकारिणी के गठन के समय विपक्ष ने हंगामा करते हुए उनके दो सदस्यों को कार्यकारिणी में शामिल करने की मांग की लेकिन सत्ता पक्ष ने विपक्ष के केवल एक सदस्य को ही कार्यकारिणी में जगह दी।

चुनाव के बाद एसजीपीसी के अध्यक्ष ने 10 प्रस्ताव पेश किए जिनको सर्व समिति से पास कर दिया गया। इस दौरान मौजूद श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह, तख्त केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह, तख्त पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर, श्री हरिमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी जगतार सिंह भी मौजूद रहे।

1996 में पहली बार एसजीपीसी सदस्य बने थे धामी

1956 में जन्म लेने वाले और जिला होशियारपुर के शाम चौरासी से एसजीपीसी सदस्य हरजिंदर सिंह धामी पेशे से वकील हैैं। साल 1996 में पहली बार एसजीपीसी सदस्य बने थे। वह एसजीपीसी के महासचिव व आनरेरी मुख्य सचिव रह चुके हैैं। वह सिख सरोकारों की गहरी पकड़ रखते हैं और पंथक नेता के तौर पर जाने जाते हैैं।

सिख गुरुद्वारा एक्ट लागू होने से पहले रहे शिरोमणि सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के रहे प्रधान

नाम                        कब से कब तक

सुंदर सिंह मजीठिया 12-10-1920 से 14-8-1921 तक।

बाबा खड़क सिंह 14-8-1921 से 19-2-1922 तक।

सुंदर सिंह रामगडिया 19-2-1922 से 16-7-1922 तक।

बहादर मेहताबसिंह 16-7-1922 से 27-4-1925 तक।

मंगल सिंह  27-4-1925 से 2-10-1926 तक।

गुरुद्वारा एक्ट लागू होने के बाद रहे अध्यक्ष

बाबा खड़क सिंह- 2-10-1926 से 12-10-1930 तक।

मास्टर तारा सिंह- 2-10-1930 से 17-6-1933 तक।

गोपाल सिंह- 17-6-1933 से 18-6-1933 तक।

प्रताप सिंह शंकर- 18-6-1933 से 13-6-1936 तक।

मास्टर तार सिंह- 13-6-1936 से 19-11-1944 तक।

मोहन सिंह नागोके- 19-11-1944 से 28-6-1948 तक।

उधम सिंह नागोके- 28-6-1948 से 18-3-1950 तक।

चन्न सिंह उराड़ा- 8-3-1950 से 26-11-1950 तक।

उधम सिंह नागोके- 26-11-1950 से 29-6-1952 तक।

मास्टर तारा सिंह- 29-6-1952 से 5-10-1952 तक।

प्रीतम सिंह खुड़ंज- 5-10-1952 से 18-1-1954 तक।

ईशरसिंह मंझैल- 18-1-1954 से 7-2-1955 तक।

मास्टर तारा सिंह 7-2-1955 से 21-5-1955 तक।

बावा हर किशन सिंह- 21-5-1955 से 7-7-1955 तक।

ज्ञान सिंह राड़ेवाल- 7-7-1955 से 16-10-1955 तक।

मास्टर तारा सिंह- 16-10-1955 से 16-11-1958।

प्रेम सिंह लालपुरा- 16-11-1958 से 7-3-1960 तक।

मास्टर तारा सिंह- 7-3-1960 से 30-4-1960 तक।

अजीत सिंह बाला- 30-4-1960 से 10-3-1961 तक।

मास्टर तार सिंह- 10-3-1961 से 11-3-1962 तक।

कृपाल सिंह चक्क शेरवाला- 11-3-1962 से 2-10-1962 तक।

चन्न सिंह- 2-10-1962 से 30-11-1972 तक।

गुरचरन सिंह टोहड़ा- 6-1-1973 से 23-3-1986 तक।

काबल सिंह- 23-3-1986 से 30-11-1986 तक।

गुरचरन सिंह टोहरा- 30-11-1986 से 28-11-1990 तक।

बलदेव सिंह सिबिया- 28-11-1990 से 13-11-1991 तक।

गुरचरन सिंह टोहरा- 28-11-1991 से 13-10-1996 तक।

गुरचरन सिंह टोहरा- 20-12-1996 से 16-3-1999 तक।

बीबी जगीर कौर- 16-3-1999 से 30-11-2000 तक।

जगदेव सिंह तलवंडी- 30-11-2000 से 27-11-2001 तक।

किरपाल सिंह बडूंगर- 27-11-2001 से 20-7-2003 तक।

गुरचरन सिंह टोहरा- 20-7-2003 से 31-3-2004 तक।

अलविंदर पाल सिंह- 1-4-2004 से 23-9-2004 तक।

बीबी जगीर कौर- 23-9-2004 से 23-11-2005 तक।

अवतार सिंह मक्कड़- 23-11-2005 से 5-11-2016 तक।

प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर- 5-11-2016 से 28-11-2017 तक।

गोबिंद सिंह लोंगोवाल- 28-11-2017 से 13-11-2018 तक।

गोबिंद सिंह लोंगोवाल- 13-11-2018 से 27-11-2019 तक।

गोबिंद सिंह लोंगोवाल- 27-11-2019 से नवंबर2020।

जगीर कौर- नवंबर 2020 से अब तक।

29-11-2021 हरजिंदर सिंह धामी नए प्रधान चुने गए।

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