जालंधर में एनएचएम मुलाजिमों की हड़ताल से वैक्सीनेशन हो सकती है प्रभावित, ओमिक्रोन की दस्तक से लोगों में दहशत

नेशनल रूरल हेल्थ मिशन के तहत ठेके पर तैनात मुलाजिमों की हड़ताल जारी है और वैक्सीन का काम प्रभावित हो रहा है। मंगलवार को मुलाजिम मुख्यमंत्री के निवास स्थान का घेराव करने के लिए जाएंगे। वैक्सीन लगवाने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 03:27 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 03:27 PM (IST)
जालंधर में एनएचएम मुलाजिमों की हड़ताल से वैक्सीनेशन हो सकती है प्रभावित, ओमिक्रोन की दस्तक से लोगों में दहशत
जालंधर में एनएचएम मुलाजिमों की हड़ताल से वैक्सीनेशन प्रभावित हो रही है।

जागरण संवाददाता, जालंधर। कोरोना की नए वेरिएंट ओमिक्रोन की दस्तक वैक्सीन लगाने के लिए लोगों में दहशत का माहौल है। कोरोना से सुरक्षा पाने के लिए लोगों में वैक्सीन लगवाने के लिए उत्साह बढ़ रहा है। नेशनल रूरल हेल्थ मिशन के तहत ठेके पर तैनात मुलाजिमों की हड़ताल जारी है और वैक्सीन का काम प्रभावित हो रहा है। मंगलवार को मुलाजिम मुख्यमंत्री के निवास स्थान का घेराव करने के लिए जाएंगे वैक्सीन लगवाने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

जिला टीकाकरण अधिकारी डा. राकेश चोपड़ा ने बताया कि हड़ताल की वजह से वैक्सीन का कामकाज प्रभावित हो रहा है। विभाग के स्टाक में एक लाख के करीब वैक्सीन की डोज पड़ी है। मरीजों के घर में दस्तक देने के लिए टीमें कम पड़ने लगी है। शहरी इलाकों में लोगों की भीड़ लग रही है और देहात में लोग निराश लौट रहे है। मंगलवार को ज्यादातर सेंटरों में स्टाफ गैर हाजिर रहेगा और लोगों को बैरंग लौटना पड़ेगा। जिले में कुल 2286976 डोज लग चुकी है। इनमें 1470005 पहली तथा 816971 दूसरी डोज लगवाने वाले शामिल है।

बता दें कि 90 दिन बाद सोमवार को सिविल अस्पताल में कोरोना पाजिटिव मरीज दाखिल हुआ। सोमवार को एक महिला सहित चार कोरोना के नए मामले भी सामने आए। सिविल अस्पताल के एसएमओ डा. सुरजीत सिंह ने कहा कि दाखिल होने वाला बुजुर्ग होशियारपुर का रहने वाला है और मकसूदां इलाके में किसी के घर में आया था। वहां बीमार होने पर जांच में कोरोना की पुष्टि हुई।

सिविल सर्जन डा. रणजीत सिंह ने बताया कि नए वैरिएंट से संबंधित मरीज भले ही रिपोर्ट नहीं हुए परंतु बीमारी का देश में प्रवेश को रोकना बड़ी चुनौती है। विभाग जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के सहयोग से ऐसे लोगों पर निगरानी करेगी। सरकार ने विदेश की तर्ज पर एक एप तैयार की है। उसका लिंक विदेश से आने वाले यात्रियों को दिया जाता है और उसमें विदेश से लेकर जहां पहुंचने व जहां उसने रहना है उसका पूरा विवरण दिया जाएगा। उससे यात्री के ट्रेस कर लिया जाएगा।

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